7) नक़ाब गायब
कम से कम ख़ुद के साथ तो एक सच्ची बातचीत शुरू हो ही जाती है! इस से पहले दुनिया के आगे डींगें हाँकना, दूसरों को इम्प्रेस करने की कोशिश में अतरंगी से कपड़े पहनना, अजीबोग़रीब बातें करना आम सी बात थी| लेकिन वक़्त के साथ समझ आ जाती है कि जैसे हो, वैसे रहो यार!
आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ या कुछ और नायाब बातें हुईं? हमें बताईयेगा ज़रूर!