5) दृष्टिकोण बचपने में लगता है कि जो पता है, जो समझते हैं, बस वही सब सही है, वही एक मात्र सच्चाई है! अब समझ आता है कि एक ही बात के कई पहलू होते हैं और हम हमेशा सही नहीं, कभी-कभार ग़लत भी होते हैं! 1 2 3 4 5 6 7 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · अपना घर · उम्र की समझदारी · पच्चीसवाँ जन्मदिन · परिवार का महत्व · मेलोड्रामा · मोहब्बत · सपने · सीरियल Article Categories: ह्यूमर