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एक आसन और अनेक लाभ- सूर्य नमस्कार

जैसे सूर्य के बिना कोई जीव धरती पर नहीं रहेंगे वैसे ही सूर्य नमस्कार योग में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है.

सूर्य सभी को प्राण और जीवन प्रदान करता है. सूर्य की किरणें सभी लोगों को एनर्जी देता है. सूर्य नमस्कर दो शब्दों का मिश्रण है : सूर्य और नमस्कर. सूर्य का मतलब सूरज और नमस्कार का मतलब पूजा. यनि सूर्य को पूजा करना. सूर्य नमस्कार ध्वनि, आसन और मुद्रा का संयोग है.

मणिपुर चक्र ( नाभि के पीछे रीढ़ पर ) को दूसरी दिमांग भी मन जाता है. कहते है कि ये सूर्य से सीधा जुड़ा हुआ है. इसलिए प्राचीन काल में योग गुरुओं इसे सबसे ज्यादा प्रैक्टिस करते थे. सूर्य नमस्कार प्राचीन कल से  ही काफी चर्चित रहा है. यह विदेश में भी इतना ही लोकप्रिय है. सूर्य नमस्कार से तन, मन और वाणी, तीनों को शांति और ऊर्जा मिलती है. वहीं, सूर्य नमस्कार से आपकी पूरी शरीर का वर्कआउट होता है और साथ ही शरीर की लचीलापन भी बढ़ा जाती है.

सूर्य नमस्कार 12 आसनों से मिलकर बना है. इसलिए रोजाना सिर्फ 12 से 15 मिनट सूर्य नमस्कार करना ही आपके पूरे शरीर के लिए काफी है. ये आपकी दिनभर की प्रोडक्टिविटी को बढ़ता है और रोगों से भी दूर रखता है.

सूर्य नमस्कार के अभ्यास से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पाचन शक्ति बढ़ती है. शरीर कि स्टिफनेस को कम कर, शरीर को लचीला बनाता है. दिमाग को शांत करता है और आलस्य को दूर भगाता है. इस योगासन को करने से शरीर में खून का प्रवाह तेज हो जाता है जो ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल रखने में सहायक होता है. अगर आप बालों की समस्‍या से परेशान हैं तो यह योगा अभ्‍यास आपके बालों को असमय सफेद होने, झड़ने व रूसी से बचाता है. शरीर में ताजगी भरता है और मन को एकाग्र करने में सहायता करता है.जिसे आपको दिनभर काम में मन लगा रहता है. इसे करने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती बल्कि स्किन पर ग्लो आता है. सूर्य नमस्कार करते समय आगे झुकने से कब्ज और पाइल्स की समस्या दूर होती हैं. इसे आपकी मोटापा भी कम होती है.

सूर्य नमस्कार

आजकल के मॉडर्न लाइफस्टाइल कि वजह से महिलाएं में पीरियड्स सही समय पर न होना या फिर पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होना जैसे प्रॉब्लम बहुत कॉमन है. तो ऐसे में अगर नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करते है तो इसे आपकी सारी प्रॉब्लम दूर हो सकती है.

सूर्य नमस्कार करने से आपकी सारी परेशानियां दूर होने लगती है. क्योंकि सूर्य नमस्कार करते समय आप गहरी सांस लेते है जिससे शरीर को रिलैक्स महसूस होता है.

सूर्य नमस्कार

अगर आपको गुस्‍सा बहुत जल्‍दी आता है तो यह योग आपको इसे कंट्रोल करने में मदद करता है. यह योग करने से शरीर में लचीलापन बना रहता है, जिससे पीठ और पैरों के दर्द में आराम मिलता है. शरीर को प्राकृतिक रूप से विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों को मजबूत करने और आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार होता है. यह योग त्‍वचा के रोग खत्‍म करने में भी मददगार साबित होता है. इस एक योगासन से ही अपने पूरे शरीर को फिट और तंदुरुस्त बना सकते है.