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20s की उम्र में सिंगल रहने वाली महिलाओं के सामने आती हैं कुछ ऐसी चुनौतियां

लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ

लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ – सिंगल होने में यूं तो कोई बुराई नहीं है लेकिन हमारे समाज में अगर आप एक निश्चित उम्र से ज्यादा सिंगल हैं तो आपकी तरफ ऐसे देखा जाता है मानो आपने कोई गुनाह कर दिया हो.

हालांकि ऐसा सब जगह नहीं होता लेकिन फिर भी आज तक बड़े शहरों में भी ये सोच कायम है। खासकर, अगर बात लड़कियों की करें तो लड़कियों को तो एक उम्र के बाद सिंगल देखना मानो किसी से हजम ही नहीं होता। चाहे लड़कियां सेल्फ डिपेंडेंट हो, सक्सेसफुल हो, फाइनेंनशयली स्टैबल हो लेकिन फिर भी जब तक उनके माथे पर मिंगल का मार्क, देसी भाषा में कहें तो सिंदूर का टीका नहीं लगता तो ऐसा लगता है मानो कुछ तो है जो पूरा नहीं है।

नहीं, ये मेरी सोच नहीं है लेकिन दुर्भाग्यवश समाज का एक बड़ा हिस्सा इसी सोच पर चलता है।

इसलिए जो लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ हैं उन्हे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिनके बारे में बात थोड़ी कम ही होती है तो चलिए आज मै आपको बताती हूं कि वो कौन सी दिक्कतें हैं जिनका सामना सिंगल लड़कियों को करना पड़ता है।

लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ –

– सबसे पहले तो सिंगल से मिंगल होने के लिए यानी की शादी करने के लिए सोसायटी जो प्रेशर डालती है, उसे हैडिंल करना भी लड़कियों के लिए काफी मुश्किल होता है। लगातार ये सुनते रहना कि शादी कब कर रही हो, अभी तक शादी क्यूं नहीं की, काफी इरिटेटिंग हो सकता है।

– इसके साथ ही जब आप लेट 20’S में होती हैं उस वक्त पर सोशल मीडिया फीड चेक करना भी एक टास्क के समान हो जाता है क्योकि आपका सोशल मीडिया वॉल या तो आपकी फ्रेंड्स के शादी, इंगेजमेंट के फोटोग्राफ्स से भरा होता  है या तो फिर उनके बेबीज़ के फोटोज़ से, कही ना कही ये किसी भी सिंगल लड़की को थोड़ा डिस्टर्ब तो करता है।

– ये एक ऐसा वक्त होता है जब लड़कियां सोशल गैदरिंग को अटैंड करने से भी कतराने लगती हैं क्योकि कोई सोशल पार्टी हो, रिलेटिव्स का कोई फंक्शन हो या फिर कुछ और, जहां भी लोग जुड़ते हैं मानो बस यही सवाल पूछने लगते हैं या फिर यूं कहे कि ताने मारने लगते हैं कि आखिर अभी तक शादी क्यूं नहीं की या तो फिर शादी कब कर रही हो ?

– लेट 20’S में सिंगल लड़कियां ना चाहते हुए भी धीरे-धीरे अपने दोस्तों से मिलने, उनके साथ बाहर जाने से भी कतराने लगती हैं, चाहे एक वक्त पर उन्हे पार्टी करने का बहुत शौक रहा हो, दोस्तों के साथ हैंगआउट किए बिना उन्हे नींद ही ना आती हो लेकिन अब मन होता है कि बस एक अच्छी सी बुक या फिर मूवी औऱ कॉफी के कप के साथ घर पर ही सो जाया जाएं क्योकि दोस्तों के साथ वक्त बिताते हुए जब सभी दोस्त अपनी शादीशुदा ज़िदंगी, अपने पतियों से जुड़ी बातें करते हैं तो इन मोहतरमा के पास कहने के लिए कुछ भी नहीं होता है।

– सबसे ज्यादा हैरानी तो तब होती है जब लेट 20’S में सिंगल महिलाओं से इस तरह का सवाल पूछ लिया जाता है कि क्या वो कैजुअल सेक्स में इंट्रेस्टेड हैं ? जब उनके सिंगल होने का मतलब, उनके एविलेवल होने से निकाल दिया जाता है। ये बात यूं तो बहुत अजीब है लेकिन लेट 20’S में सिंगल कईं महिलाओं को ऐसे सवालों का सामना करना पड़ा है।

लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ ये सब फेस करती है – वैसे अगर देखा जाए तो ये बहुत अजीब है कि लेट 20 की उम्र में सिंगल रहनेवाली लडकियाँ को इतनी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और इसकी वजह सिर्फ इतनी सी है कि वो सिंगल हैं