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सीधा-सादा लड़का बन गया देश का खतरनाक तानाशाह, ऐसी है इनकी LIFE

किम जॉन्ग उन

किम जॉन्ग उन – हम सभी ने इतिहास में कई ऐसे तानाशाहों के बारे में पढ़ा है जिन्हें बेहद कम उम्र में गद्दी संभालनी पड़ी थी.

जो कि अपनी उम्र के हिसाब से तो काफी मासूम थे लेकिन फिर भी सत्ता चलाने के लिए उन्हें बेरहम बनना पड़ा. आज हम आपको ऐसे ही एक तानाशाह के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि अपने बचपन में काफी सीधा-सादा था लेकिन गद्दी संभालते ही दुनिया का सबसे खतरनाक तानाशाह माना जाने लगा.

किम जॉन्ग उन

दरअसल हम किसी ऐतिहासिक तानाशाह की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि हम नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जॉन्ग उन की बात कर रहे हैं. किमजॉन्ग इस समय दुनिया के सबसे खतरनाक तानाशाहों में से एक हैं. अपने पिता की मौत के बाद किम ने साल 2011 में नॉर्थ कोरिया की लीडरशिप संभाली.

आज तक किम जॉन्ग उन अपने ही देश और दुनिया के अन्य देशों के साथ इतने बुरे काम कर चुके हैं जिनकी कोई गिनती नहीं है. लेकिन स्विटजरलैंड में पढ़ें किम जॉन्ग उन के एक साथी ने मीडिया को बताया की वह बचपन में ऐसे बिल्कुल नहीं थे बल्कि वह एक बेहद सीधे-सादे स्टूडेंट हुआ करते थे. 

किम जॉन्ग उन

खुफिया तरीके से की विदेश से पढ़ाई

किम जॉन्ग उन उन की जिंदगी इतनी ज्यादा खुफिया रखी गई है की दुनिया के पास उनकी दो-दो डेट ऑफ बर्थ हैं.

पहली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किम जॉन्ग उन का जन्म 1982 में हुआ था वही दूसरी ओर अमेरिका ट्रेजरी डिपार्टमेंट की माने तो उनके पास किमजॉन्ग उन की ऑफिशियल बर्थडेट 8 जनवरी 1984 दर्ज है. अभी तक किसी को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है की इनमें से कौन-सी बर्थडेट सही है और कौन-सी नहीं. कुछ लोगों का तो मानना है कि यह दोनों ही डेट नकली हैं.

किम ने स्विटजरलैंड में कोरियन एम्बेसी के स्टाफ के बेटे के तौर पर पाक उन के नाम से पढ़ाई की. किमजॉन्ग का यह स्कूल गुमलीगेन में इंग्लिश मीडियम इंटरनेशनल बर्न स्कूल है.

किम जॉन्ग उन

किम के दोस्तों की माने तो वह बचपन में काफी सीधे-सादे हुआ करते थे लेकिन उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बेहद कमाल का था. किम ज्यादातर समय पर चुप रहा करते थे और उनके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे.

किम के क्लास मेट माइक्रो इम्होफ ने बताया कि किम बहुत ही मजाकिया स्वभाव के बच्चे थे और हमेशा हंसी-मजाक किया करते थे. सभी के साथ उनका बर्ताव एक जैसा था और वह किसी को दुश्मनी कि नजरों से नहीं देखते थे फिर चाहे हम उनके लिए दुश्मन देश के ही बच्चे क्यों ना हो.

किम जॉन्ग उन

एक अन्य क्लासमेट ने जर्मन न्यूजपेपर को बेल्स एमसॉनटैग को बताया कि पॉलीटिक्स स्कूल में एक टैबू सब्जेक्ट हुआ करता था, जहा सिर्फ फुटबॉल पर बहस कर सकते थे पॉलिटिक्स पर नहीं.

किम वजन हमेशा से ही ज्यादा रहा है और उनकी हाइट भी केवल 5.6 ही थी, लेकिन इसके बावजूद भी किम बास्केटबॉल के बेहतरीन खिलाड़ी थे. माइकल जॉर्डन को वो हमेशा से अपना आइडियल मानते थे.

बहरहाल किम जॉन्ग उन बचपन में भले ही कितने मासूम क्यों ना हो लेकिन जब से वह नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर बने तब से उन्होंने ना जाने कितने मासूमो की जान यूँहि अपने शौक के लिए ले ली.