ENG | HINDI

अब रिंग्स को कहें बाय-बाय, अंगुलियों में ही हीरा जड़वायें !

पियर्सिंग का ट्रेंड

पियर्सिंग का ट्रेंड – डायमंड यानि हीरा, जिसका नाम सुनते ही लोगों की आंखों में एक चमक सी आ जाती है.

दुनिया में डायमंड का बड़ा क्रेज है, हर कोई डायमंड की चाह रखता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में ब्रिटिश कपल कम से कम 1 लाख रुपये की रिंग पहनते हैं, लेकिन कई बार उन्हे डायमंड रिंग गुम होने का भी डर रहता है.

जैसा कि हम जानते हैं नारी के लिये प्राचीन काल से ऋंगार का सामान आभूषण ही हैं  पुरातन काल में स्त्रियां विभिन्न प्रकार के आभूषण पहनती थी. लेकिन समय बदला और ज्वैलरी के डिजायन में बदलाव आया है.

जहां पहले औरतें भारी भारी गहने पहनती थी. वहीं अब वे हल्के से हल्का गहना पहनना पंसद करती है.

पियर्सिंग का ट्रेंड

दुनिया तेजी से बदल रही है, तो आभूषण पहने का ट्रेंड भी बदल रहा है. आजकल अलग दिखने की होड़ में यूथ जनरेशन कुछ भी ट्राई करने में परहेज नहीं करते हैं. आजकल पियर्सिंग का ट्रेंड चल रहा है. लड़कियां अपने नोज़ पियर्सिंग, ईअर पियर्सिंग, आईब्रो पियर्सिंग और नाभि में पियर्सिंग करवा रही हैं. लेकिन डायमंड की महत्ता को देखते हुए वेस्टर्न कंट्रीज़ में यूथ ने इंगेजमेंट रिंग पियर्सिंग को अपनाना शुरू कर दिया है. ये ट्रेंड अब भारत में काफी प्रचलित होता जा रहा है. तो आज हम आपको इसी नए ट्रेंड के बारे में बताने जा रहे हैं…

पियर्सिंग का ट्रेंड

रिलेशनशिप मजबूत करने का प्रतीक

दरअसल 21वीं सदी में कपल्स ने अपने प्यार का इजहार करने का तरीका बदल दिया है. पहले लोग टैटू बनवाते थे, लेकिन अब इंगेजमेंट रिंग पियर्सिंग का चलन आ गया है. अब कपल्स अपनी इंगेजमेंट में रिंग नहीं देते हैं, बल्कि रिंग पियर्सिंग करवाते हैं. यह थोड़ा दर्दभरा होता है, लेकिन अगर प्यार में दर्द न हो तो मजा कैसा. अब आपको रिंग संभालकर रखने की चिंता से मुक्ति और दाग बनने की समस्या से छुट्टी मिल जाएगी.साथ ही इस रिंग पियर्सिंग का एक फायदा यह है कि आप इसे कभी हटा नहीं पाएंगे साथ ही रिलेशनशिप को तोड़ना काफी मुश्किलभरा हो सकता है.

पियर्सिंग का ट्रेंड

कैसे करायी जाती है रिंग पियर्सिंग

इंगेजमेंट रिंग पियर्सिंग कराने का तरीका इस तरह है कि 10 मिनट के अंदर कस्टमर्स की पसंद का हीरा उनकी ऊंगली में जड़ दिया जाता है. इसके लिए फिंगर का कुछ हिस्सा सुन्न कर स्किन काटी जाती है और 2 पीस ज्वैलरी के मेटल वाले फ्लैट हिस्से को स्किन की सतह पर घुसाया जाता है. इसके लिए हीरे की कॉस्ट के अलावा 100 डॉलर्स तक अतिरिक्त चार्ज किए जाते हैं. आजकल डायमंड या महंगे रत्न की रिंग्स को पहनने के लिये लड़िकयां इस पियर्सिंग का ट्रेंड को जमकर फॉलो कर रही हैं.

पियर्सिंग का ट्रेंड

क्या कहते हैं डॉक्टर्स

पियर्सिंग का ट्रेंड – वहीं रिंग पियर्सिंग कराने के आइडिया को स्किन डॉक्टर्स गलत मानते हैं. उनका मानना है कि ये पियर्सिंग शरीर के लिये नुकसानदेह है. अंगुली में छेद कराकर रिंग पहनना गलत है. इससे आपको स्किन प्रॉब्लम हो सकती है, क्योंकि छेद कराते समय आपकी अंगुली को सुन्न किया जाता है, जो आपके लिये हानिकारक साबित हो सकता है.अगर आपकी स्किन सेंसटिव है तो आपको कई समस्याओं का सामना करना होगा.साथ ही इस पियर्सिंग को हटवाते समय आपकी अंगुली में दाग छूट जाएगा, जिसे आप मिटा नहीं सकते हैं.