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ये है दुनिया के 3 सबसे बुद्धिमान व्यक्ति, कंप्यूटर से भी तेज है इनका दिमाग

सबसे बुद्धिमान व्यक्ति – हाल ही में विश्व ने सबसे बड़े वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग्स को खोया है.

पिछ्ले 30 वर्षों से स्टिफन विश्व के सबसे तेज दिमाग वाले इंसान थे. स्टीफन हॉकिंग्स ने हमें कई बड़ी से बड़ी थ्योरी दी जिनमें ब्लैक होलथ्योरी और बिग बैंग थ्योरी ने इंसान को जीवन को समझने और अपने वजूद को पहचानने का एक नया नजरिया दिया.

21 वर्ष की उम्र में मोटर न्यूरोन जैसी बीमारी का शिकार होने के बावजूद भी स्टीफन ने कभी हार नहीं मानी और अपना सपना साकार किया. लेकिन उनकी दुखद मृत्यु के बाद अब दुनिया का सबसे तेज दिमाग का खिताब किसी और के नाम हो चुका है.

तो आइए आज आप को दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति से मिलवाते हैं,  जिन्हो ने फिसिक्स और मैथ में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं.

सबसे बुद्धिमान व्यक्ति –

३. किमउंग-योंग

साउथ कोरिया में 8 मार्च 1962 को जन्मे किमउंग-योंग दुनिया के तीसरे सबसे बुद्धिमान व्यक्ति हैं. किम का आक्यूलेवल 210 है जो कि एक समय पर दुनिया का हाईयेस्ट बुद्धि स्तर था. यहाँ तक कि किम का गिनीजबर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा आक्यू होने वाले व्यक्ति का एक समय पर नाम तक दर्ज था. केवल 6 साल कि उम्र में कोरियाई, जापानी, जर्मन व अन्य अंग्रेजी भाषाए सीख ली थी. किम वर्तमान में एक सिविल इंजीनियर हैं और इस से पहले वह साउथ कोरियन प्रोफेसर और चाइल प्रिडोलॉजी भी रह चुके हैं.

२. क्रिस्टोफर हिराटा

दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति कि लिस्ट में दूसरा नाम आता है क्रिस्टोफर हिराटा का. क्रिस्टोफर के बारे में उनकी टीचर्स का कहना है की वह बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली रहे हैं. 30 नवंबर 1982 में जन्मे अमेरिकी फिसिसित क्रिस्टोफर मात्र 13 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय भौतिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीते थे. यहाँ तक कि जिस उम्र में सामान्य व्यक्ति कॉलेज कि एक डिग्री पाता है उस उम्र में क्रिस्टोफर ने पीएजडी तक पूरी कर ली थी, उस समय उनकी आयु 22 वर्ष थी. क्रिस्टोफर हमेशा से ही अपनी उम्र के बच्चों से पढ़ाई और विज्ञान के मामले में कई साल आगे रहे हैं. क्रिस्टोफर का बुद्धि स्तर 225 है.

 

१. टेरेंसटो

टेरेंसटो इस समय पृथ्वी के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति हैं. टेरेंस वैसे तो अमेरिकी चीनी हैं लेकिन उनकी परवरिश और जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था. टेरेंस ने गणित की समस्याओं को हल करने की नई तकनीक का योगदान दिया है जिससे प्रभावित हो कर उन्हें विश्व की कई वैज्ञानिक कंपनीयो और संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. जिनमें से सबसे कीमती पुरस्कार है 2003 में मिला क्लेरिसर्च खिताब. आपको जानकर शायद हैरानी हो लेकिन जिस उपाधि को पाने में टिचर्स को सालों लग जाते हैं, टेरेंस ने उसे मात्र 24 वर्ष की उम्र में ही प्राप्त कर लिया है वह इतनी कम उम्र में ही परिपूर्न प्रोफेसर बन गए हैं. टेरेंस का आईक्यूलेवल 230 है.

ये थे विश्व के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति. कहा जाता है कि इन सभी प्रोफेसर्स का दिमाग आज कि कई कम्प्यूटर तकनीक से भी ज्यादा तेज है.

Shivam Rohatgi

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