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दाऊद इब्राहिम के भाई को स्पेशल ट्रीटमेंट

इकबाल कासकर

इकबाल कासकर – जब नियमों और कानूनी दायरों की सीमा समझाने वाले ही उसका उल्घंन करने लगे, तो क्या होगा।

दरअसल ये नाजारा हाल ही में ठाणे के एक सिविल अस्पताल में देखने को मिला, जहां एक प्राइवेट चैनल ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इस बात का खुलासा किया।

ये मामला दाउद इब्राहिम के छोटे भाई इकबाल कासकर से जुड़ा है, जिसे कार्ट के आदेश के बाद 10 घंटो के लिए इलाज के लिए एक सरकारी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इस खुलासे के मुताबिक दाउद इकबाल के भाई इकबाल कासकर को पुलिस बड़े ठाठ बाट के ट्रीटमेंट देती नजर आ रही है। हालांकि इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद हुए मामले के खुलासे के बाद  मामले को गंभीरता से लेते हुए ठाणे के वरिष्ट पुलिस अधिकारी ने इस पर तुरंत एक्शन लिया, जिसके मुताबिक उन्होंने इसमें शामिल सभी पांच पुलिस वालों को तुरंत सस्पेंड कर दिया था।

आखिर क्या है ये पूरा मामला और कहां मिला इकबाल कासकर को स्पेशल ट्रीटमेंट

इकबाल कासकर

यह पूरा मामला मुंबई की ठाणे पुलिस का है, जहां पुलिस खुद ही अपने नियमों को दरकिनार करती नजर आई। इतना ही नहीं पुलिस का ये अनौखा ट्रीटमेंट पैसों की देन था। दरअसल उगाही के मामले में जेल की सजा काट रहे इकबाल कासकर को कोर्ट के आदेश के मुताबिक दांत और ब्लड शुगर के इलाज के लिए गुरूवार को 10 घंटे के लिए सरकारी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान वह पुलिस की मौजूदगी के बावजूद भी वह अस्पताल में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलता देखा गया। इतना ही नहीं खबरों की माने तो इस दौरान उसने बिरयानी भी खाई और पुलिस वालों के सामने ही सिगरेट भी पी।

इस स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए इकबाल कासकर ने पुलिस वालों को दिए थे पैसे

इकबाल कासकर

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इकबाल कासकर ने यह सब ठाणे पुलिस की मौजूदगी में किया। उसे यह स्पेशल ट्रीटमेंट देने में पुलिस महकमें के कुछ सिपाहियों का भी हाथ था। इस मामले में जांच के बाद यह बात सामने आई कि कासकर ने अपने इस स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए पुलिस वालों को पैसे बांटे थे। हालांकि अपने इस 10 घंटे के स्पेशल ट्रीटमेंट के बाद एक बार फिर से इकबाल कासकर को हवालात की हवा खाने वापस जेल भेज दिया गया।

पुलिस महकमें के अधिकारियों की इस शर्मनाक हरकत को गंभीरता से लेते हुए जॉइंट कमिश्र्नर मधुकर पांड्य ने पांचों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। बतां दे कि यह कोई पहली घटना नहीं है जब किसी सरकारी अस्पताल में किसी मुजरिम को स्पेशल ट्रीटमेंट मिला हो। इस तरह के कई मामलों में पहले भी कई बार दर्ज किये जा चुके हैं।

गौरतलब है  कि इकबाल कासकर पर बीते कई सालों में ठाणे इलाके के जूलर्स और कई बिलडर्स से तकरीबन 100 करोड़ तक की उगाही कराने का मामला दर्ज है। इतना ही नहीं कासकर पर यह भी आरोप है कि वह इन पैसों को अपने बड़े भाई दाउद इब्राइम को भेजा करता था। वहीं इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए इकबाल कासकर का कहना है कि उसके जुर्म से दाउद का कोई लेना-देना नहीं है।