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इस जानवर के सामने आप कुछ भी खा नहीं सकते यकीन न हो तो इन फोटो को देखिये

बंदर

बंदर – हमारे यहाँ जानवरों को उतना ही प्यारा दिया जाता है जितना की इंसानों को.

असल में आज भी गाँव में जानवरों को पाला जाता है और उन्हें अपनी तरह का भोजन दिया जाता है. आज भी कुछ लोग बंदरों को अपने यहाँ रखते हैं और उन्हें खाना से लेकर कपडे तक पहनाते हैं. बन्दर बेहद फनी होते हैं.

उनके सामने कोई चीज़ आप खा नहीं सकते, ये दावा है. बंदरों की ये तस्वीर देखिए खुद ही पता लग जाएगा कि कैसे ये दूसरों से छीनकर खाने में मज़ा लेते हैं.

एक बार गाँव में एक बंदर आया. मेरी माँ उसे बड़े प्यार से चना खिलाने पहुंची. बंदर को लगा की वो चना खुद खा ने वाली हैं. बस उसने तुरंत वो छीन लिया और माँ को एक हाथ जड़ दिया.

ज़रा इनकी भागते हुए पोज़ से आप अंदाज़ा लगाइए की क्या ये ठेले वाले से केला खरीद कर ला रहे हैं या चुराकर. बिलकुल उसके ठेले से छीनकर ला रहे हिना उर वो डंडा लेकर दौड़ा होगा इनके पीछे.

इन्हें देखिये. गर्मी का असली आनंद तो यही ले रहे हैं. बिना पैसे के आइसक्रीम खा रहे हैं.

भले ही ये पेड़ पर बैठे हों, जंगल में हों, लेकिन महंगे ड्रिंक्स इन्हें मिल ही जाते हैं.

गर्मी बढ़ गई है सिर्फ आइसक्रीम से काम नहीं चलेगा. तभी तो जनाब किसी का सॉफ्ट ड्रिंक छीनकर पी रहे हैं. बहुत गलत बात है ये.

अब देखिए, कितने बेशर्म हैं ये लोग. बच्चों की दूध की बोतल तक को नहीं छोड़ा. कोई बात नहीं, लगता है भूख ज्यादा लगी होगी.

भुट्टा खाने का असली मज़ा तब ही आता है जब पैसा कोई और देता है. इन्हें देखिए ज़रूर किसी के हाथ से छीनकर लाए होंगे इसलिए इतने मज़े से खा रहे हैं.

चाय पीने का ये अंदाज़ कहीं देखा है? बिलकुल नहीं. इन्हें देखिए. मज़े से चाय पी रहे हैं वो भी बिना पकड़े.

ओहो ये तो बाकायदा फोटो खिंचवा रहे हैं. किसी का अमरुद छीनकर खा चुके हैं लगभग. बस, थोड़ा ही बचा है.

वैसे बंदरों की ये आदत होती है की उनका पेट कितना भी क्यों न भरा हो, अगर आपके हाथ में कुछ देखा तो उसे तुरंत छीन लेते हैं. किसी मंदिर के सामने, किसी पार्क, कहीं भी हो, इन्हें फर्क नहीं पड़ता.