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इंजीनियरिंग नहीं करना चाहते तो ये कोर्स भी चमका सकते हैं आपका करियर !

कोर्स

अब इंजीनियरिंग को लेकर लोगों में क्रेज़ कम हो रहा है और साइंस से बारहवीं करने वाले बच्‍चे भी इंजीनियरिंग के अलावा अन्‍य कोर्स की तरफ जाने की सोच रहे हैं।

अगर आपने भी 12वीं साइंस से पास की है और आप इंजीनियरिंग नहीं करना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे कोर्सेज़ के ऑप्‍शन बता रहे हैं जो करियर में आपके लिए मददगार साबित होंगें।

१ – नैनो टेक्‍नोलॉजी

एक रिसर्च के मुताबिक 2018 तक नैनो टेक्‍नोलॉजी इंडस्‍ट्री के 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्‍मीद है। नैस्‍कॉम के मुताबिक 2015 तक इसका कारोबार 180 अरब डॉलर से बढ़कर 890 अरब डॉलर हो जाएगा। इस वजह से इस फील्‍ड में 10 लाख प्रोफेशनल्‍स की जरूरत होगी। 12वीं के बाद नैनो टेक्‍नोलॉजी में बीएससी या बीटेक और उसके बाद इसी सब्‍जेक्‍ट में एमएससी या एमटेक करके इस क्षेत्र में बढिया करियर बना सकते हैं।

२ – बीएएमएस इन आयुर्वेद

अगर आपने फिजिक्‍स के साथ कैमिस्‍ट्री और बायोलॉजी की पढ़ाई की है तो आप बैचलर ऑफ आयुवेर्दिक मेडिसिन एंड सर्जरी कर सकते हैं। ये कोर्स साढ़े तीन साल का होता है और इसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल होती है।

३ – माइक्रो बायोलॉजी

माइक्रोऑर्गेनिज्‍म की पढ़ाई और उसके एप्‍लीकेशन से संबंधित इस कोर्स में नंबर और टेस्‍ट दो प्रोसेस के आधार पर एडमिशन मिलता है। यहां सरकारी नौकरी के अलावा फार्मा, रिसर्च, फूड प्रॉडक्‍ट्स और एग्रीकल्‍चर के क्षेत्र में नौकरियां हैं। फार्मा और फूड एंड बेवरेज़ेज इंडस्‍ट्री में भी आपको माइक्रोबॉयोलॉजिस्‍ट की नौकरी मिल सकती है।

४ – स्‍पेस साइंस

ये बहुत बड़ी फील्‍ड है। इसमें कॉस्‍मोलॉजी, स्‍टेलर साइंस, प्‍लैनेटरी साइंस, एस्‍ट्रोनॉमी जैसे कई फील्‍ड्स आते हैं। इसमें तीन साल की बीएससी और चार साल के बीटेक से लेकर पीएचडी तक के कोर्सज़ खासतौर पर इसरो और बैंगलुरु के आईआईएससी में कराए जाते हैं।

५ – एस्‍ट्रो फिजिक्‍स

अगर आसमान में चमकने वाले सितारे और गैलेक्‍सी आपको आकर्षित करते हैं तो 12वीं के बाद आप एस्‍ट्रो फिजिक्‍स का कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए आप पांच साल के रिसर्च ओरिएंटेड प्रोग्राम या चार या तीन साल के बैचलस्र प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं।

६ – एनवायरमेंटल साइंस

इस कोर्स में पर्यावरण पर इंसानी गतिविधियों से होने वाले प्रभाव पर अध्‍ययन किया जाता है। इसके अंदर इकोलॉजी, डिजास्‍टर मैनेजमेंट, वाइल्‍ड लाइफ मैनेजमेंट, पॉल्‍यूशन कंट्रोल जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। इन सभी सबजेक्‍ट्स में एनजीओ और यूएनओ के प्रोजेक्‍ट्स बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं।

७ – डेयरी साइंस

डेयरी प्रॉडक्‍शन में भारत में बहुत अहम है। अमेरिका के बाद भारत इस मामले में दूसरे स्‍थान पर आता है। डेयरी टेक्‍नोलॉजी यानि डेयरी साइंस के तहत मिल्‍क प्रॉडक्‍शन, प्रो‍सेसिंग, पैकेजिंग, स्‍टोरेज और डिस्‍ट्रिब्‍यूशन की जानकारी दी जाती है। इस क्षेत्र में ट्रेंड प्रोफेशनल्‍स की डिमांड अब बढ़ने लगी है।

इसके अलावा आप 12वीं पास करने के बाद फोटोग्राफी, एसईओ, ट्रैवल मैनेजमेंट जैसे कोर्स भी कर सकते हैं। आजकल इन सभी तरह के कोर्सेज़ की भी बहुत डिमांड है और अगर आप पढाई कम और मौज-मस्‍ती ज्‍यादा करने वाले कोर्स देख रहे हैं तो आप जर्नलिज्‍म में भी अपना करियर बना सकते हैं। आजकल युवाओं को ये फील्‍ड बहुत आ‍कर्षित कर रही है। इसमें भी करियर के लिए अच्‍छा स्‍कोप है।

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कैरियर