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वह रानी जिसे देखते ही लोग हो जाते थे सम्मोहित, रोम का राजा भी देता था उस पर जान

क्लियोपैट्रा

क्लियोपैट्रा – आज हम उस रानी की बात करेंगे जो बहुत सुंदर थीं और जिनके आगे लोग अप्सराओं को भी फेल बताते थे। जिनके लिए ना जाने कितने युद्ध हुआ और ना जाने कितने राजा-महाराजाओं के बीच लड़ाईयां हुई।

उन्हें इतिहास के पन्नों में दुनिया की सबसे खूबसूरत रानी का खिताब मिला हुआ है और लोग उनकी तारीफ करते हुए क़ातिलाना हुस्न बोलते थे।

यह रानी थी मिस्त्र की रानी क्लियोपैट्रा जिनके रुप पर कई शासकों ने जान दे दी तो कईयों ने जान ले ली।

क्लियोपैट्रा के ब्यूटी सीक्रेट्स

क्लियोपैट्रा की खूबसूरती का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि उनके नाम पर कई सारी वेबसाइट्स अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स और आर्टिकल्स बेचती हैं। आप भी जब एक बार गूगल में क्लियोपैट्रा सर्च करेंगे तो कई सर्च ‘जानिए रानी क्लियोपैट्रा के ब्यूटी सिक्रेट्स’, ‘ये ये लगाती थी रानी क्लियोपैट्रा’ टाइटल से आ जाएंगे। यह उनकी खूबसुरती का ही कमाल है जो 2000 साल बाद भी इनकी बात हो रही है।

क्लियोपैट्रा

कौन थी क्लियोपैट्रा?

मिस्र की रानी क्लियोपैट्रा का नाम हर कोई काफी इज्जत से लेता है। वह जितनी अधिक खूबसूरत थीं उतनी ही अधिक निडर थी। मिस्त्र में जन्मी क्लियोपैट्रा असल में वो मैसेडोनिया (ग्रीस) से थीं और कुछ इतिहासकारों का कहना है कि क्लियोपैट्रा के पूर्वज सिकंदर के साथ ही मिस्त्र पहुंचे थे और वहीं बस गए थे। इन्होंने 40 सालों तक मिस्र पर राज किया था और यह दुनिया की इकलौती रानी हैं जिनके बारे में सबसे ज्यादा लिखा गया है।

क्लियोपैट्रा

लोग हो जाते थे सम्मोहित

क्लियोपैट्रा का असली नाम क्लियोपैट्रा 7 था। मतलब कि इनसे पहले 6 और क्लियोपैट्रा मिस्त्र की धरती पर पैदा हो चुकी थीं और उनमें से एक सिकंदर की बहन भी थी। क्लियोपैट्रा 7 इतनी अधिक खूबसूरत थीं कि उनसे बात करते हुए ही लोग सम्मोहित हो जाते थे।
और इस चीज का फायदा क्लियोपैट्रा बहुत अच्छे से उठाती थीं। उन्हें भी पता था कि वो बहुत खूबसूरत हैं और यह उनकी एक गुणों में से एक ता। वह एक चालाक कूटनीतिज्ञ थीं जिन्हें 9 भाषाएं आती थीं। वह गणित में भी अच्छी थी और अच्छे से अच्छे लोगों को मात दे देती थीं।

ऐसे बनीं मिस्त्र की रानी

जब वह 14 साल की थी तब उनके पिता टोलेमी की मृत्यु हो गई थी। तब मिस्त्र की बागडोर क्लियोपैट्रा और उसके छोटे भाई के हाथों में आ गई। लेकिन क्लियोपैट्रा काफी महत्वाकांक्षी थीं और वे मिस्र पर अकेले राज करना चाहती थीं। लेकिन मिस्त्र के लोग औरत का शासन नहीं चाहते थे। जिसके कारण उनसे मिस्त्र छीन लिया गया और वे सीरिया भाग गई। फिर1 वर्ष बाद अपने भाई की सेना का सामना करने वापस मिस्त्र पहुंची।

क्लियोपैट्रा

मांगी थी सीज़र से मदद

मिस्त्र पर राज करने के लिए क्लियौपेट्रा ने सीज़र से मदद मांगी थी और एक कालीन में ख़ुद को लपेटकर सीज़र से मदद मांगने पहुंची थी। जिसके कारण कालीन खुलते ही क्लियौपेट्रा सीज़र के कदमों पर गिर गई ती। इसी के बाद सीज़र को क्लियौपेट्रा से इश्क़ हो गया जो ताउम्र रहा। सीज़र की मदद से क्लियौपेट्रा मिस्त्र की गद्दी पर बैठी। उस समय सीज़र मिस्त्र में ही रहा और क्लियौपेट्रा ने सीज़र के बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम था टोलेनी सीज़र या सीज़ेरिओन।

मार्क एंटनी से मोहब्बत

सीज़र की हत्या के बाद रोम की सत्ता पर मार्क एंटनी बैठा। जिसके बाद उसने क्लियौपेट्रा को मिलने बुलाया। प्लुटार्क(एक लेखक जिसने क्लियौपेट्रा के बारे में बहुत कुछ लिखा) की कहानी के अनुसार मिस्त्र की रानी, देवी Isis की तरह तैयार होकर मार्क एंटनी से मिलने पहुंची। एंटनी को क्लियौपेट्रा से पहली नजर में ही प्यार हो गया और उसने क्लियौपेट्रा और उसकी सत्ता की रक्षा करने का वादा किया।

क्लियोपैट्रा

एंटनी और क्लियौपेट्रा को सबक सिखाने के लिए ओक्टेवियन ने युद्ध छेड़ दिया। लड़ाई के दौरान ही एंटनी ने ये अफ़वाह सुनी कि क्लियौपेट्रा ने आत्महत्या कर ली है। यह सुनते ही एंटनी ने अपनी तलवार से ही अपनी जान ले ली। एंटनी को दफ़नाने और ओक्टेवियन से मिलने के बाद क्लियौपेट्रा ने ख़ुद को अपनी दो नौकरानियां के साथ कमरे में बंद कर लिया। इतिहासकार कहते हैं कि उन्होंने खुद को सांप से डसवा कर आत्महत्या की। लेकिन इसके आजतल सबूत नहीं मिले और ना ही इनकी कब्र मिले।

तो ऐसी थी दुनिया की सबसे खूबसूरत रानी क्लियौपेट्रा की जिंदगी और मौत जो आज भी लोगों के लिए सबसे बड़ी पहेली है।