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आशिक किस्म-किस्म के

आशिकों की किस्में

आशिकों की किस्में – वैरायटी के इस दौर में आशिकों की भी कई प्रजातियां फल-फूल रहीं हैं.

किसी प्रजाति के आशिक के लिए गर्लफ्रेंड के मेल एकाउंट की तहकीकात करना तो जैसे उसकी आशिकी का सबसे बड़ा उसूल होता है. वहीं, कोई अपनी गर्लफ्रेंड का वॉलेट खाली करवाने में लगा रहता है तो कोई लव यू जानू, मिस यू जानू कह-कहकर ही निहाल हुआ जाता है. मज़े की बात तो ये है कि हर आशिक खुद को आशिक नंबर वन कहलाना चाहता है.

आशिकों की किस्में –

सबसे पहले बात करते हैं पजेसिव आशिकों की. लॉयलटी टेस्ट के बेहतरीन तरीके निकालने तो इन आशिकों की फेवरेट हॉबी होती है.

गर्लफ्रेंड क्या कर रही है, कहाँ जा रही, कैसे जा रही, क्यों जा रही है जैसे असंख्य सवालों के जवाब देने की आदत इनकी गर्लफ्रेंड्स को डालनी पड़ती है. इतनी जानकारी जुटा लेने पर भी इनके अंदर कुलबुला रहा जासूसी का कीड़ा चुप नहीं बैठता. हर बात पे इनके पास एक ही जवाब होता है कि जानू तुम तो जानती ही हो कि मैं तुम्हारे लिए कितना पजेसिव हूँ.

आशिकों की किस्में बहुत है – फिर बारी आती है चिपकू आशिकों की. उनके प्रिय वाक्य कुछ ऐसे होते हैं जैसे कि जानू, तुमने सुबह से कुछ खाया ही नहीं. चलो जल्दी से खा लो नहीं तो तुम्हे वीकनेस आ जाएगी. अच्छा तो एक चम्मच योगर्ट ही खा लो. कम से कम मेरे लिए तो खा लो. अगर कोई आशिक आपको इस कदर गर्लफ्रेंड की सेवा करते हुए दिख जाए तो समझ जाना चाहिए की वो चिपकू आशिकों की श्रेणी में आता है. इस प्रजाति के आशिक अपनी गर्लफ्रेंड के इर्द-गिर्द मधुमक्खी की तरह मंडराते फिरते हैं. ऐसे आशिक बेहद हाई-टेक होते हैं और ये जताने के लिए वे जी-जान लगा देते हैं कि वे अपने जानू को कितना मिस करते हैं.

आशिकों की किस्में

ये ऐसे आशिक होते हैं कि गर्लफ्रेंड का मन न होने पर भी वे उन्हें हर संडे घुमाने ले जाते हैं.

इन सबके बीच में बटुआ टटोल आशिकों को भला कैसे भूला जा सकता है. ऐसे आशिक खाना खाते वक़्त अपनी प्लेट का तो खाते ही हैं. वहीं, नज़रें बचाकर गर्लफ्रेंड के हिस्से का भी डकार लेते हैं. बड़ी बात नहीं कि जब पैसे देने की बारी आए तो वे अपना बटुआ टटोलने के बाद कह दें कि ओह नो! डार्लिंग, मैं एटीएम से पैसे निकालना भूल गया. अगर आपके साथ इस किस्म के वाकये होते हैं तो आपका बॉयफ्रेंड भी बटुआ टटोल आशिकों की फेहरिस्त में शामिल है. ये आशिक फिर चाहे कितने ही मालदार घर के क्यों न हो लेकिन जब ये अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहते हैं तो अक्सर इनकी जेबें तंग रहती हैं. इनकी खूबी ये होती है कि ये गर्लफ्रेंड से पैसे मांगने में ज़रा भी संकोच नहीं करते. ऐसे आशिक आमतौर पर ओवर सेंटिमेंटल लड़कियां खोजते हैं जो बिना किसी डिमांड के इनकी फरमाइशें पूरी करती रहती हैं.

आशिकों की किस्में

सोना, यू आर माई ओनली लव…मिस यू ए लॉट! आई कांट स्टॉप थिंकिंग एबाउट यू फॉर आ मोमेंट. कुछ ऐसे ही वाक्य बोलने वाले दिल फेंक आशिकों के मोबाइल फोन का सेंट बॉक्स अगर दो-दो सेकंड के अंतराल पर कुछ ऐसे ही मेसेज भेजे जाने की गवाही दे तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं. इस श्रेणी के आशिक एमएमटी (मैनेजमेंट इन मल्टीटास्किंग) डिग्री होल्डर होते हैं. एक समय में तीन लड़कियों को मैनेज करने की कला में इनका कोई सानी नहीं होता. वहीं, सॉरी एक ऐसा शब्द है जो बैकअप के रूप में इनकी जुबां पर हमेशा मौजूद रहता है. क्या पता कब पोल खुल जाए और इसे बोलना पड़ जाए.

ये है आशिकों की किस्में – आशिक तो कई मिल जाते हैं लेकिन जो आपसे प्यार करे, सच्चे दिल से आपके साथ वफादार रहे अंत में उसी को अपना पार्टनर चुनना चाहिए.