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तीन साल की इस बच्ची को हुई जेल, वजह जान हैरान रह जायेंगे !

तीन साल की बच्ची को जेल

तीन साल की बच्ची को जेल – तीन साल की बच्ची जिसे ठीक से कुछ समझ भी नहीं आता है, जो अपनी गुड़िया और खिलौनो से खेलने में बिज़ी रहती है.

वो उम्र जिसमें उसे ठीक से बोलना तक नहीं आता उस उम्र में अगर कोई ये कहे कि तीन साल की बच्ची को जेल की सलाखों के पीछे रहना होगा तो आप भी चौंक जाएंगे.

आप कहेंगे कि शायद ये कोई मज़ाक है, मगर ये कोई मज़ाक नहीं है, बल्कि सच है.

तीन साल की बच्ची को जेल

साढ़े तीन साल की बच्ची को जेल, अब उसकी जिंदगी जेल की चारदिवारी में ही कटेगी. ऐसा होने के पीछे की वजह चौंकाने वाली है.

ये मामला हरियाणा के रोहतक का है. दो साल पहले विवाहिता की मौत के मामले में एडीजे सोनिका गोयल की अदालत ने कैलाश कॉलोनी निवासी पति अनिल, ससुर जय किशन व सास शीला को सात-सात साल की कैद व दहेज उत्पीड़न पर 3 साल की कैद व 10-10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है.

तीनों को सलाखों के पीछे जाने से घर पर साढ़े तीन साल की बच्ची को संभालने वाला कोई नहीं था.

तीन साल की बच्ची को जेल

बच्ची जो पहले ही मां को खो चुकी है और अब दादा-दादी और पिता को जेल हो गई. ऐसे में वो घर पर बिल्कुल अकेली रह जाती इसके चलते अदालत ने बच्ची को भी उसके दादा-दादी और पिता के साथ जेल में रहने अनुमति दे दी. तो अब आप समझे बच्ची ने कोई गुनाह नहीं किया मगर अपने पिता और दादा-दादी के गुनाहों की वजह से उसे इस छोटी उम्र में ही जेल देखना पड़ गया और पता नहीं अब और कितने दिन उसे भी जेल में ही बीताने पड़ेंगे.

ज़रा सोचिए कितना दर्दनाक होगा उस बच्चा का जेल में रहना, जहां उसकी उम्र का कोई बच्चा उसके साथ खेलने के लिए नहीं होगा, बाहर की खुली हवा में वो सांस नहीं ले पाएगी. जेल में मुजरिमों के बीच कैसे रहेगी वो बच्ची और ऐसे माहौल का उसके कोमल मन पर क्या असर होगा.

वैसे बच्ची के परिवार वाले चाहें तो बच्ची को जेल से बाहर सुरक्षित हाथों में सौंप सकते हैं.

अभियोजन के अनुसार चुन्नीपुरा निवासी कृष्ण सैनी ने 2016 में सिविल लाइन थाने में शिकायत दी थी कि उसने अपनी बेटी की शादी 2014 में कैलाश कॉलोनी निवासी अनिल के साथ की थी. शादी के बाद उसकी बेटी को पति व परिवार के दूसरे सदस्य दहेज के लिए तंग करने लगे. कई बार पैसे मांगे गए.

उन्होंने किसी तरह उसने डिमांड पूरी की, लेकिन उसकी बेटी का उत्पीड़न बंद नहीं हुआ. यहां तक की कार की डिमांड की जाने लगी. मजदूरी करने वाला पिता डिमांड पूरी नहीं कर सका. कृष्ण ने पुलिस को बताया कि 28 अप्रैल 2016 को उसके पास फोन आया कि उसकी बेटी ने ने फांसी लगाकर जान दे दी है. वे तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया. साथ ही बयान दर्ज कराए कि उसकी बेटी की दहेज के लिए हत्या कर शव फंदे पर लटकाया गया है.

दहेज के लोभियो ने एक बच्ची से उसकी मां छीन ली जिसकी वजह से इस छोटी उम्र में ही उसे जेल में रहना पड़ रहा है, अपने पिता और दादी की करतूतों की सजा बेचारी बच्ची को भी मिल रही है.