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रावण के जन्म स्थान और ससुराल में आज भी रावण मंदिर में पूजा जाता है

ramayana

मंडोर,जोधपुर राजस्थान

mandor

मुद्गल गोत्र के ब्राह्मण रावण को अपना पूर्वज मानते है. हर साल दशहरे के दिन रावण का श्राद्ध किया जाता है. इस दिन ये लोग रावण का पिंडदान करते है. कुछ समय पहले मंडोर में रावण मंदिर का भी निर्माण किया गया है जहाँ रोज़ रावण की पूजा की जाती है.

देखा आपने हमारे भारत में कितनी विचित्र बातें है. एक और जहाँ रावण पर राम की विजय के रूप में दशहरे का पर्व मनाते है वहीँ दूसरी ओर देश के कुछ हिस्से ऐसे भी है जहाँ दशहरे के दिन रावण की मृत्यु का शोक मनाया जाता है और श्राद्ध भी किया जाता है.

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