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एक नहीं ग्यारह स्मार्टफोन लेकर चलते है ये बुज़ुर्ग वजह जान सिर घूम जाएगा!

स्मार्टफोन की लत

स्मार्टफोन की लत – मोबाइल की लत बहुत बुरी होती है, मगर इस स्मार्टफोन की लत से आज की पीढ़ी को छुटकारा मिले तो कैसे, हमेशा तो अपने स्मार्टफोन से ही चिपके रहते हैं, यहां तक की रास्ते पर चलते समय भी ध्यान सड़क और गाड़ी की बजाय मोबाइल स्क्रीन पर ही रहता है.

यहां तक की छोटे बच्चे भी मोबाइल हाथ में लेकर खाना खाते हैं, वैसे बच्चे अगर ज़्यादा मोबाइल देखने लगे तो मां-बाप उनके डांट-फटकार लगा देते हैं, लेकिन कोई बुज़ुर्ग यदि मोबाइल का आदी हो जाए और चौबीसो घंटे उसी में घुसा रहे तो उसे कौन डांटेगा?

ताइवान के एक बुज़ुर्ग का हाल कुछ ऐसा ही है और ये दादा जी अपनी इस लत की वजह से चर्चा में हैं.

ताइवान की राजधानी ताइपे में रहने वाले चेन सैन युआन जब भी घर से बाहर निकलते हैं, अपने साथ एक या दो नहीं बल्कि 11 स्मार्टफोन्स लेकर निकलते हैं. वह बकायदा अपनी साइकिल पर इसे अटैच करते हैं और चार्जर भी साथ रखते हैं. आपने दो स्मार्टफोन तो लोगों के पास अक्सर देखे होंगे, मगर 11 स्मार्टपोन रखना वाकई आश्चर्यजनक हैं.

अब आप सोच रहे होंगे कि ये दादाजी दर्जनभर मोबाइल का करते क्या हैं?

आपको जानकर हैरानी होगी कि ये बुजुर्ग इतने सारे मोबाइल किसी काम के लिए नहीं गेम खेलने के लिए रखते हैं.

जी हां. युआन नामक ये बुज़ुर्ग इतने सारे फोन पर पोकेमॉन गो गेम खेलते हैं. इस खेल में खिलाड़ियों को पोकेमॉन पकड़ने होते हैं. इस खेल के प्रति इनकी दीवानगी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि कई दफा यह खेल के चक्कर में रातभर घर से बाहर रहते हैं और सुबह 4 बजे घर पहुंचते हैं.

युआन का कहना है कि दो साल पहले उनके पोते ने उन्हें यह वीडियो गेम खेलना सिखाया था. उन्होंने कहा वह इस गेम पर इसलिए अपना ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि वह भूलने की बीमारी अलजाइमर के शिकार ना हो जाएं.

सबसे हैरानी वाली बात यह है कि पोकेमॉन गो खेलने के शौक की वजह से महीने में 1,165 यूरो यानी करीब 92 हजार रुपये खर्च हो जाते हैं. यही नहीं, वेबसाइट ‘मेट्रो यूके’ की रिपोर्ट के अनुसार अब वह अपने स्मार्टफोन के ‘जखीरे’ को 11 से बढ़ाकर 15 तक करना चाहते हैं.

ये है स्मार्टफोन की लत – अगर किसी बच्चे को ऐसी लत होती तो उसे पैरेंट्स अब तक डांटकर और मारकर उसे सुधार चुके होते, मगर इन 70 साल के दादाजी को भला कौन सुधारेगा. ये कहते हैं कि भूलने की बीमारी से बचने के लिए वो ये गेम खेल रहे हैं, मगर शायद उन्हें ये नहीं पता कि जिस तरह से वो चौबीसों घंटे मोबाइल में बिज़ी रहते हैं, उन्हें कोई नई बीमारी हो जाएगी.