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हनुमान जी के जीवन से जुड़ी इन 10 अनसुनी बातों में से आप जानते हैं कितनी बातें !

हनुमानजी की अनसुनी बातें

हनुमानजी की अनसुनी बातें – रामभक्त हनुमानजी ऐसे महाबली देवता हैं जिनके स्मरण मात्र से ही भक्तों के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. ये हर कोई जानता है कि हनुमानजी अजर अमर हैं और कलयुग में वो भक्तों की थोड़ी सी भक्ति से भी प्रसन्न हो जाते हैं.

हालांकि हनुमानजी के जीवन से जुड़ी कई बातें उनके भक्त जानते हैं बावजूद इसके उनके जीवन से कुछ ऐसी रहस्यमयी बातें जुड़ी हुई हैं जिनके बारे में उनके अधिकांश भक्त भी नहीं जानते.

इस लेख के ज़रिए हम आपको बताने जा रहे हैं हनुमानजी की अनसुनी बातें, जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.

हनुमानजी की अनसुनी बातें –

1- भगवान शिव के अवतार

पवनपुत्र हनुमानजी देवों के देव महादेव के रुद्रावतार हैं और इस बात को बहुत कम लोग ही जानते हैं. कहा जाता है कि हनुमानजी का जन्म उनकी माता अंजनी के श्राप को हरने के लिए हुआ था.

2– बजरंगबली का केसरिया रुप

भगवान राम की लंबी उम्र के लिए माता सीता अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं उनसे इस बात को सुनकर हनुमानजी ने भी अपने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लिया था. मान्यता है कि तभी से हनुमानजी को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है.

3– बजरंगबली कैसे बनें हनुमान

कहा जाता है कि हनुमानजी की ठोड़ी के आकार की वजह से उनका नाम हनुमान पड़ा. संस्कृत में हनुमान नाम का मतलब होता है बिगड़ी हुई ठोड़ी.

4– एक बेटे के पिता हैं हनुमान

हनुमानजी के बहुत कम भक्त ही इस बात को जानते हैं कि ब्रह्मचारी होते हुए भी हनुमान जी एक बेटे के पिता हैं. उनके बेटे का नाम मकरध्वज बताया जाता है.

5– श्रीराम ने दी थी हनुमान को मौत की सज़ा

एक बार भगवान राम के गुरु विश्वामित्र किसी बात से हनुमानजी से नाराज़ हो गए थे और उन्होंने श्रीराम को हनुमानजी को मौत की सज़ा देने के लिए कहा था. तब भगवान राम ने अपने परमभक्त को मौत की सज़ा सुनाई थी लेकिन सज़ा के दौरान हनुमानजी श्रीराम का नाम जपते रहे और उनके ऊपर शस्त्रों से किए गए सारे प्रहार विफल हो गए थे.

6– हनुमानजी ने लिखी थी रामायण

ये बात बहुत कम लोग ही जानते हैं कि ऋषि वाल्मिकि से पहले हनुमानजी ने रामायण लिख दी थी. कहा जाता है कि हनुमानजी ने हिमालय के पहाड़ों पर अपने नाखूनों से रामायण लिखी थी.

7– हनुमानजी के भाई थे भीम

हनुमानजी के अधिकांश भक्त ये नहीं जानते हैं कि भीम रामभक्त हनुमान के भाई थे. बताया जाता है कि भीम भी पवनपुत्र थे इस नाते वो हनुमानजी के भाई हुए.

8– हनुमानजी को भेजा गया था पाताल लोक

दरअसल भगवान श्रीराम इस बात को अच्छी तरह से जानते थे कि उनकी मृत्यु को हनुमानजी कभी स्वीकार नहीं कर पाएंगे और वो धरती पर उथल-पुथल मचा देंगे इसलिए उन्होंने सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा का सहारा लिया और अपने मृत्यु के सत्य से अवगत कराने के लिए हनुमानजी को पाताल लोक भेज दिया.

9– हनुमानजी ने चीर दी थी अपनी छाती

एक बार जब माता सीता ने हनुमानजी को सोने  का हार भेंट किया तो उन्होंने उसे लेने से इंकार कर दिया. इस बात से माता सीता नाराज़ हो गई थीं तब हनुमानजी ने अपनी छाती चीरकर उन्हें अपने हृदय में बसे प्रभु राम की छवि दिखाई और कहा कि उनके लिए श्रीराम से ज्यादा अनमोल संसार की कोई भी वस्तु नहीं है.

10– हनुमानजी के 108 नामों का महत्व

हनुमानजी के बहुत कम भक्तों को ही यह पता होगा कि हनुमानजी के संस्कृत में 108 नाम हैं और उनके हर एक नाम में उनके जीवन के अध्यायों का सार छुपा हुआ है.

हनुमानजी की अनसुनी बातें – गौरतलब है कि हनुमानजी के इन 10 रहस्यमयी अनसुनी बातों में से आप यकीनन कुछ बातें जानते होंगे लेकिन इनमें से अधिकांश बातों से आप भी अब तक अंजान ही रहे होंगे.

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