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अगर बनना चाहते हैं अगले जन्म में अमीर तो इस जन्म से ही शुरू कीजिए तैयारी

अगले जन्म में अमीर

अगले जन्म में अमीर – मै समझ सकती हूं कि शीर्षक को पढ़कर ही आपके मन में कईं तरह के सवाल उठने लगे होंगे, पहले तो आप इस शीर्षक की सत्यता को लेकर ही संशय में होंगे लेकिन मै आपको बता दूं कि ये बात पूरी तरह से सच है।

यूं तो हम सभी पूरे जीवन इसी सोच में लगे रहते हैं कि हम अपने जीवन को किस प्रकार सुख-सुविधाओं से पूर्ण बनाएं और किस प्रकार सभी वो चीज़ें हासिल करें जिनकी हमें ख्वाहिश है। इस जीवन को लेकर तो सभी प्लानिंग करते हैं लेकिन आपने शायद ही कभी देखा या सुना होगा कि हमारे इस जन्म की प्लानिंग हमारे अगले जन्म पर भी असर डालती है।

जी हां, बिल्कुल मै समझ गईं हूं कि आपको मेरी बात पढ़कर थोड़ा अजीब लग रहा है क्योकि कही ना कही आप समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है?

तो आइए आज आपको बताते हैं अगले जन्म में अमीर बनने का रहस्य।

अगले जन्म में अमीर –

अगर बनना चाहते हैं अगले

अगर साफ लफ्ज़ों में इस बात को समझा जाएं तो पूरी ज़िदंगी हम जिस ख्वाहिश के साथ बिताते हैं, जिस चीज़ या जिस मुकाम को पाने की तमन्ना रखते हैं वो मरते दम तक हमारे साथ रहती है और उसी के आधार पर हमारा अगला जन्म निर्धारित होता है। जैसे कि आपने अक्सर सुना होगा कि कुछ बच्चों का पैदाइश के साथ ही रूझान किसी खास प्रोफेशन या काम की ओर होता है ऐसा इसलिए भी हो सकता है कि पिछले जन्म में उनकी उस काम को करने की प्रबल इच्छा रही हो।

अगर बनना चाहते हैं अगले

वैसे ये  बात निराधार नहीं है। भगवद् गीता में भगवान श्री कृष्ण इस बात को प्रमाणित करते हुए कहा है कि  ”यं यं वाप‌ि स्मरण भावं त्यजत्यन्ते कलेवरम। तं तमेवैत‌ि सदा तद्भावभाव‌ितः”।।

अगर बनना चाहते हैं अगले

मतलब हमारे पूरे जीवन काल हम सबसे ज्यादा जिस बात के बारे में हम सोचते हैं, जो भावना हमारे अंदर रहती है, वही भावना मृत्युकाल में भी बनी रहती है और उसी के अनुसार हमारा अगला जीवन निर्धारित होता है।

अगर बनना चाहते हैं अगले

जी हां, ये तो आप सभी जानते हैं कि आत्मा अजर और अमर है और मृत्यु के समय आत्मा हमारे शरीर को छोड़ जाती है और फिर नए सफर और नए शरीर की तलाश में निकल जाती है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि हमारी सोच, शरीर छोड़ने के बाद भी हमारी आत्मा के साथ रहती है और इसी वजह से आत्मा अपने पूर्वजन्म के अनुभव और ज्ञान के आधार पर ही नए शरीर में प्रवेश करती है।

अगर बनना चाहते हैं अगले

वेद और विज्ञान दोनों ही इस बात को मानते हैं कि मृत्यु के वक्त जिस इंसान की भावना जैसी रहती है, उसे वैसा ही शरीर मिलता है। अगर इस पूरी बात को सारांश में कहा जाएं तो  इंसान के पिछले जन्म के अनुभव, ज्ञान और संस्कार व्यक्त‌ि के अगले जन्म का आधार बनती हैं।

अगर बनना चाहते हैं अगले

अगले जन्म में अमीर – इसलिए अगर इस जन्म में आप आर्थिक रूप से ज्यादा सक्षम नहीं हैं तो भी अपने अंदर अमीर बनने की भावना हमेशा रखिए क्योकि इस जन्म में नहीं तो अगले जन्म में अमीर बनने की इच्छा ज़रूर पूरी होगी।