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कभी आपने सोचा है पहाड़ी लोगों के हाथ छोटे क्यों होते हैं?

पहाड़ी लोग

आपने अपने आसपास पहाड़ी लोग तो देखे ही होंगे, या फिर कभी हिल स्टेशन घूमने गए होंगे तब पहाड़ी लोगों से मिले होंगे.

आपने कभी नोटिस क्या की पहाड़ी लोगों की हाइट बाकी जगह रहने वाले लोगों से कम होती है और उनके हाथ भी छोटे होते हैं, आखिर ऐसा क्यों होता है?

एक रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है कि पहाड़ी लोग जिनकी हाइट और हाथ आखिर बाकी लोगों के मुकाबले छोटे क्यो होते हैं.

हाल ही में एक रिसर्च हुई जिसमें पता चला कि हम जिस जगह पर रहते हैं, इसका कुछ असर हमारी हड्डियों की वृद्धि पर पड़ता है.

इस रिसर्च में पाया गया कि ज्यादा ऊंचाई पर रहने वालों में सामान्य क्षेत्रों की अपेक्षा हाथ के निचले भाग छोटे हो सकते हैं. हालांकि, शोधकर्ताओं के दल ने पाया कि पहाड़ी लोग की ऊपरी भुजा व हाथ की लंबाई कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वालों के समान ही होती है.

शोध के लेखकों का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है, जो किसी व्यक्ति के शरीर में भोजन के ऊर्जा में बदलने की क्षमता को कम कर सकता है और इससे विकास के लिए अपेक्षाकृत सीमित ऊर्जा मिल सकती है.

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रमुख लेखक स्टेफनी पायने के मुताबिक, “हमारे निष्कर्ष वास्तव में दिलचस्प हैं, क्योंकि वे दिखाते हैं कि सीमित ऊर्जा उपलब्ध होने पर मानव शरीर को प्राथमिकता वाले भाग के विकास को तरजीह देता है. इसका उदाहरण अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दिखता है. अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शरीर के अंगों का विकास दूसरे भागों की कीमत पर होता है, उदाहरण के तौर पर निचली भुजा.”

पायने ने कहा, “शरीर हाथ की पूरी वृद्धि को प्राथमिकता दे सकता है, क्योंकि यह हाथ से काम करने के लिए जरूरी है, जबकि ऊपरी भुजा की लंबाई ताकत के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण है.” इस शोध का प्रकाशन रॉयल सोसाइटी ओपेन साइंस में किया गया है. शोधकर्ताओं ने 250 से ज्यादा लोगों का परीक्षण किया, जो कि हिमालयी शेरपा आबादी से थे.

पहाड़ी लोग के हाथ का निचला हिस्सा भले ही छोटा होता हो, मगर वो शारीरिक रूप से मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों से मज़बूत होते हैं, क्योंकि उन्हें हर दिन अपने रोज़ाना के काम के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना होता है और पाहड़ी इलाके में चलना प्लेन रोड पर चलने से ज़्यादा मुश्किल होता है.

आप जब भी हिल स्टेशन गए होंगे तो देखा होगा कि वहां रहने वाले लोग बड़ी आसानी से पहाड़ चढ़ जाते हैं जबकि कुछ दूर जाने में ही आपकी हालत खराब हो जाती है.