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ये बिहारी बाबू जो कभी वैटर के रूप में करता था काम लेकिन आज है सफल बॉलीवुड कलाकार।

पंकज त्रिपाठी

पंकज त्रिपाठी – हिन्दुस्तान में ऐसी कई हस्तियाँ है, जिन्होंने खुद अपने दम पर, अपनी क्रिएटिविटी और अपने नॉलेज की मदद से ना सिर्फ अपना नाम रोशन किया बल्कि दुनिया के लिए एक मिशाल भी बने।

फिर चाहे वह बिज़नेस का क्षेत्र हो या फिर मीडिया का, राजनीती का या सोशल सर्विस का, भारत देश  की गली-गली में ऐसे लोग हुए हैं जिन्होंने एक नया इतिहास रचा है।

उदाहरण के तौर पर धीरू भाई अम्बानी, नरेन्द्र मोदी, किरण बेदी आदि ऐसे नाम है, जिनके जीवन परिचय को समझ कर और प्रेरणा ले कर हम एक अच्छी नीव तैयार कर सकते हैं।

लेकिनआज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे बॉलीवुड कलाकार की, जिसने अपने हुनर और प्रतिभा के दम पर ना केवल बॉलीवुड में अपना नाम रोशन किया बल्कि पूरे भारत देश में एक मिशाल बन कर सामने आया।

उसका नाम है पंकज त्रिपाठी – हाँ एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले पंकज बिहार के गोपाल गंज से है। पेशे से इनके पिता एक बहुत ही साधारण से किसान है।

पंकज त्रिपाठी

पंकज त्रिपाठी बताते हैं कि उन्हें कक्षा 10 तक फिल्मों के बारे में कुछ भी पता नहीं था।

आखिरकार हाई स्कूल कम्पलीट करने के साथ ही पंकज त्रिपाठी पटना में पढने लगते हैं और किसी की सलाह से थिएटर ज्वाइन कर लिया। अपनी एक दूसरी शाख बनाने के लिए पंकज ने “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्” को भी ज्वाइन कर लिया। इस दौरान इनके जेहन में एक्टिंग को लेकर अक्सर असफलता का ख्याल आता था, जिससे पंकज एक होटल में वैटर की नौकरी करने लगते हैं। लेकिन मेनेजर से कुछ झड़प होने के कारण नौकरी छोड़ देते हैं और सात साल तक पटना में रहने के बाद आखिरकार पिता जी को मना कर नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा दिल्ली में एडमिशन ले लेते हैं. ताकि एक्टिंग सीख  सकें।

पंकज त्रिपाठी

अपने कैरिएर के बारे में बताते हुए पंकज त्रिपाठी कहते हैं.. कि 2004 में नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से ग्रेजुएशन कम्पलीट होने के बाद मैं सीधे मुंबई  आ गया और यहाँ 2004 में आई RUN मूवी में पहला अन-क्रेडिट रोल मिला।

बेसिक तौर पर पंकज को 2012 में आई मूवी गैंग्स ऑफ़ वासेपुर से असली पहचान मिली और यहीं से उनका फ़िल्मी कैरिएर रफ़्तार पकड़ गया। इससे पहले पंकज टीवी सीरियल में काम करते हुए अपनी रोजी रोटी कमाने लगे थे।

अभी 2017 में पंकज की फिल्म “गुडगाँव” आई, जिसमें उन्होंने लीड रोल निभाया था। इसके अलावा इसी साल आई फिल्म न्यूटन को ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेटेड किया गया था। आखिरकार सन 2018 में रजनीकांत की फिल्म काला से पंकज तमिल सिनेमा में भी एंट्री करने जा रहे हैं।

पंकज की पर्सनल लाइफ के बारे में डिस्कस करें तो अपनी फॅमिली के विरोध के बावजूद पंकज त्रिपाठी ने 2004 में मृदुला त्रिपाठी से शादी की। अब इनके घर एक बच्ची भी है।

40 से अधिक फिल्मे और लगभग 60 से अधिक सीरियल कर चुके पंकज त्रिपाठी उन चन्द लोगों में से एक हैं, जिन्होंने ने कुछ नहीं से बहुत कुछ बनाया है। उन्होंने आज भारतीय सिनेमा में जो मुकाम कायम किया है, वह अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।