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उत्तर पूर्वी राज्यों में विकास की संभावनाओं पर कॉन्क्लेव का हुआ आयोजन

नॉर्थ ईस्‍ट डेवलेपमेंट कॉन्‍क्‍लेव

नॉर्थ ईस्‍ट डेवलेपमेंट कॉन्‍क्‍लेव – हमेशा से ही भारत के उत्तर-पूर्वी राज्‍यों और वहां रहने वाले लोगों के विकास को नज़रअंदाज़ किया गया है। उत्तर-पूर्वी राज्‍यों के लोगों ने कई बार अपने हक और विकास के लिए आवाज़ भी उठाई लेकिन कभी कुछ नहीं हुआ लेकिन इस बार उत्तर पूर्वी क्षेत्र सरकार के विकास मंत्रालय ने देश के इन हिस्‍सों के विकास के लिए महत्‍वपूर्ण कदम उठाया है।

उत्तर पूर्वी क्षेत्र सरकार के विकास मंत्रालय द्वारा 4 मई, 2018 को दिल्‍ली स्थित द लीला पैलेसमें उत्तर पूर्वी राज्‍यों के विकास की चर्चा की गई।

नॉर्थ ईस्‍ट डेवलेपमेंट कॉन्‍क्‍लेव कार्यक्रम को जैगुआर एडवरटाइजिंग एंड मीडिया सोलूशन्स, इंडियन मैंडारिंस एवं इंडिया कोर द्वारा आयोजन किया गया।

इस आयोजन का शुभारम्भ डॉ जीतेन्द्र सिंह राज्य मंत्री पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मन्त्रालय  द्वारा किया गया साथ ही पूर्वोत्तर के सभी राज्य और केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों ने इस कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया।

उत्तर पूर्वी राज्‍यों के लिए हुई इस बैठक को कयर बोर्ड, भारत सरकार, बीएसएनएल, हुडको, एफडीआई, भारतीय विमानपतन प्राधिकरण, स्किल इंडिया, एनएसडीसी, इनलैंड वॉटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया, एपीडा, इंडियल ऑयल सर्वो द्वारा स्‍पॉन्‍सर किया गया था।

केंद्र सरकार द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों के विकास हेतु एक अलग से मंत्रालय बनाकर इस क्षेत्र में निवेश एवं व्यापार की संभावनाओं को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है राज्य सरकारों द्वारा भी निवेश के लिए बहुत सारी योजनाओं और निवेशकों के हित के लिए अनुदान इत्यादि का प्रावधान किया गया है।

कार्यक्रम की कमान नेशनल हाईवे इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लि के मैनेजिंग डायरेक्‍टर नागेंद्र नाथ सिंहा ने संभाली। मुख्‍य अतिथि उत्तर पूर्वी राज्‍रूों के विकास मंत्रालय के सचिव श्री नवीन वर्मा रहे एवं कार्यक्रम की शुरुआत एनईडीसी और इंडियन मंदारिंस डॉट कॉम के मुख्‍य संपादक श्री राकेश रंजन ने की। इस कार्यक्रम में उत्तर पूर्वी काउंसिल के सचिव श्री राम मुर्दविआह, उत्तर पूर्व औद्योगिक विकास योजना में औद्योगिक नीति और पदोन्नति विभाग 2017 के सह सचिव श्री अतुल चतुर्वेदी, जापान इंटरनेशन कॉर्पोरेशन एजेंसी के भारतीय कार्यालय के मुख्‍य प्रतिनिधि श्री ताकेमा साकामोटो, उत्तर पूर्वी काउंसिल एंड चेयरमैन, बेज़बुराह कमेटी के पूर्व सदस्‍य एम पी बेज़बुराह, संयुक्‍त कमिश्‍नर ऑफ पुलिस, दिल्‍ली पुलिस के पूर्व नोडल अधिकारी रोबिन हीजू ने कार्यक्रम की शुरुआत में उत्तर पूर्वी राज्‍यों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों का उल्‍लेख किया।

इसके बाद पूर्व केंद्रीय सचिव, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के विजय छिब्‍बर के मार्गदर्शन में पैनलिस्‍ट ने अपने विचार प्रस्‍तुत किए। इस पैनल में एपीडा के चेयरमैन श्री देवेंद्र सिंह कुमार, एयरपोर्ट अथॉरिटी के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर जी के चॉकियाल, उत्तर पूर्वी राज्‍य विकास मंत्रालय के सह सचिव जे के सिंहा, नेशनल हाईवे इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लि के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर राहुल गुप्‍ता, इनलैंड वॉटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सदस्‍य शशि भूषण शुक्‍ला और बीएसएनएल की मैनेजिंग डायरेक्‍टर शुभा एन भंभानी आदि शामिल थे। इन सभी पैनलिस्‍ट ने उत्तर पूर्वी राज्‍यों में चल रहे विकास कार्यों पर अपनी टिप्‍पणी दी।

बीएसएनल की शुभा एन भंभानी ने बताया उनकी दूरसंचार कंपनी द्वारा उत्तर पूर्वी राज्‍यों में सैटलाइट की मदद से प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप और सुनामी आदि की स्थिति में फोन एवं नेटवर्क की सुविधा उपलब्‍ध करवाई जा रही है। साथ ही उनकी कंपनी सेवन सिस्‍टर्स में दूरसंचार की सुविधाओं को और बेहतर करने पर भी काम कर रही है।

पैनल में शामिल अन्‍य सदस्‍यों ने भी उत्तर पूर्वी राज्‍यों में रेल नेटवर्क, दूरसंचार, नौकरियां, शिक्षा आदि की सुविधाओं को विकसित करने की बात कही।

कार्यक्रम के अगले सेशन में एमएसएमई के सह सचिव और विकास कमिश्‍नर श्री मोहन मिश्रा के मार्गदर्शन में अन्‍य पैनलिस्‍ट सदस्‍यों ने अपने विचार रखे। पैनल के सदस्‍यों में मुठा इंडस्‍ट्रीज़ के निदेशक नीरज मुठा, भारत के जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ के मैन‍ेजिंग डायरेक्‍टर प्रवीर कृष्‍णा, उत्तर पूर्व राज्‍यों के उद्योग और वाणिज्य संघ के निदेशक आर के मोरे, स्‍पेशल कमिश्‍नर ऑफ पुलिस, पूर्वोत्तर भारत में दिल्‍ली पुलिस के पूर्व नोडल अधिकारी रॉबिन हीबू और टूरिज्‍म और हॉस्‍पिटैलिटी स्किल काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सोनाली सिंहा शामिल थे।

नॉर्थ ईस्‍ट डेवलेपमेंट कॉन्‍क्‍लेव कार्यक्रम के आखिरी सेशन में पर्यटन मंत्रालय की सचिव रश्मि वर्मा और भारतीय सरकार के पर्यटन मंत्रालय के निदेशक सत्‍यजीत राजन के निर्देश में कई और पैनलिस्‍टों ने अपनी बात कही। इस पैनल में कोएली टूर एंड ट्रैवल, गुवाहाटी से अरीजित पुरकायस्‍था, उत्तर पूर्वी काउंसिल के सलाहकार गौतम चिंते, नागालैंड के प्रिंसिपल रेजिडेंट कमिश्‍नर ज्‍योति कैलाश, इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स एंड ग्‍लोबल प्रेजिडेंट 2016 और 2017 के पूर्व सीनियर वाइस प्रेजिडेंट राजीव कोहली, उत्तर पूर्वी क्षेत्रों के विकास मंत्रालय के सह सचिव एस एन प्रधान, टूरिज्‍म कॉर्पोरेशन ऑफ मणिपुर लि के चेयरमैन डॉ. सपन रंजन सिंह, उत्तर पूर्वी टूरिज्‍म एंड कल्‍चर के फिल्‍म मेकर और एक्‍सपर्ट श्‍यामकानु महंता और एंडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्‍यक्ष स्‍वदेश कुमार आदि शामिल थे।

इस कार्यक्रम नॉर्थ ईस्‍ट डेवलेपमेंट कॉन्‍क्‍लेव के दौरान सभी पैनलिस्‍टों ने उत्तर पूर्वी राज्‍यों के लोगों की समस्‍याओं और विकास कार्यों का उल्‍लेख किया। साथ ही यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेवन सिस्‍टर्स के विकास के लिए कई नए प्रोग्राम भी लॉन्‍च किए हैं। इस कार्यक्रम में कई दिग्‍गज पत्रकारों ने भी शिरकत की थी।