7- धूमावती
हर प्रकार की दरिद्रता का नाश करने के लिए, तंत्र-मंत्र के लिए, जादू टोना, बुरी नज़र और भूत प्रेत आदि समस्त भयों से मुक्ति के लिए, सभी रोगों के लिए, अभय प्राप्ति के लिए, साधना में रक्षा के लिए, जीवन में आनेवाले हर प्रकार के दुखों दूर करने के लिए धूमावती माता की साधना करनी चाहिए.
मंत्र- ‘ओम् धूं धूं धूमावती देव्यै स्वाहा:’
इस मंत्र के जाप के लिए मोती की माला या काले हकीक की माला का उपयोग करना चाहिए और कम से कम नौ माला का जाप करना चाहिए.