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मुजफ्फरपुर रेप कांड के आरोपी की बेटी ने रेप पीड़ित बच्चियों को ही ठहराया गलत

मुजफ्फरपुर रेप कांड

मुजफ्फरपुर रेप कांड – मुज़फ्फ़रपुर के बालिका गृह में 28 बच्चियों से रेप और शोषण के आरोपी ब्रिजेश ठाकुर फिलहाल जेल में है, मगर उसके रुआब को देखते हुए लगता नहीं कि उसे जल्दी सजा होगी.

अब तो उसकी बेटी भी उसके बचाव में आ गई है और वो बच्चियों को ही गलत ठहरा रही है. अपने आरोपी पिता को बचाने के लिए उसकी बेटी मासूम बच्चियों पर ऐसे-ऐसे इल्ज़ाम लगा रही है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे.

दर्जनों बच्चियों के यौन शोषण के आरोप में ब्रिजेश ठाकुर के हाथ में जब हथकड़ियां लगी हुई थी तब भी उसे चेहरे पर कोई शिकन, डर और अफसोस नहीं दिख रहा था, बल्कि वो हंस रहा था. साफ है कि उसे पता है कि अपने रसूख की बदौलत वो जेल से निकल जाएगा. उसकी बेटी शुरू से ही पिता का बचाव करती आई है, वैसे हमारे समाज में ये कोई नई बात नहीं है, रेपिस्ट की मां, पत्नी, बेटी  हमेशा ही उसका बचाव करती है. ब्रिजेश ठाकुर की बेटी भी वही कर रही है.

मुजफ्फरपुर रेप कांड –

ब्रजेश की बेटी ने पिता को बेकसूर बताते हुए बच्चियों पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि बालिका गृह में कई बच्चियां ऐसी थीं जो अपने लवर्स के साथ भाग जाती थीं.

कई ऐसी थीं जो रेड लाइट एरिया से लाई गई थीं. उन्होंने कहा कि बालिका गृह में बच्चियां खुश थीं. वहां उनका यौन शोषण नहीं होता था. बच्चियां दिनभर खिड़की पर खड़ी रहती थीं. मेरे पिता को बच्चियां पहचानती थीं, क्योंकि मेरे पिता का रूम और खिड़की आमने-सामने है. बच्चियां छत पर टहलती थीं. छत कमरे से सटा हुआ है. बच्चियों ने उनका नाम क्यों लिया, इस बारे में हमें नहीं पता.

मेडिकल रिपोर्ट में 34 बच्चों से यौन शोषण के सवाल पर ब्रजेश की बेटी ने कहा कि बालिका गृह में ऐसी बच्चियां भी आती थीं, जिनका यौन शोषण हो चुका होता है. बच्चियों से जबरन ऐसा बयान दिलवाया गया है. जिस बच्ची ने आरोप लगाया है कि मेरे पिता ने उसका शोषण किया है, मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक उसका शोषण हुआ ही नहीं है. बच्चों को शिफ्ट करने से 10 दिन पहले ही बालिका गृह में एक रेप पीडि़ता लाई गई थी. उसकी रिपोर्ट में भी यौन शोषण की बात हो सकती है.

ब्रजेश की बेटी ने कहा कि यह भी देखना चाहिए कि जहां से बच्चियों को लाया जाता था, वो कैसी जगह थी और किस स्थिति में वे यहां लाई जाती थीं. उन्होंने दलील दी कि अगर कोई शादी-शुदा महिला दो महीने से किसी के संपर्क में नहीं आई है तो उसकी मेडिकल रिपोर्ट में भी यही आएगा कि सेक्सुअल रिलेशन हो सकता है. ऐसे में इसका मतलब ये नहीं कि उनका शोषण यहीं आकर हुआ है. उन्होंने सवाल किया कि पांच साल की बच्ची भी इतनी मेच्योरिटी से कैसे बयान दे सकती है. सभी बच्चियों के बयान एक जैसे ही हैं. इससे पहले गिरफ्तारी के बाद ब्रजेश की बेटी ने कहा था कि उनके पापा के पास बहुत पैसे हैं ऐसे में यदि उन्हें लड़कियां सप्लाई करनी होती तो बालिका गृह कि लड़कियां सप्लाई नहीं करतें.

खुद एक महिला होकर लड़कियों का दर्द समझने की बजाय ब्रजेश की बेटी बिल्कुल संवेदनहीन बातें कर रही है, उनकी बातों से तो यही लगता है कि गरीब और रेड लाइड एरिया में लाई गई बच्चियों का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता और हर किसी को उनका शोषण करने का अधिकार मिला होता है.

मुजफ्फरपुर रेप कांड – ब्रजेश ठाकुर बिहार की मशहूर हस्तियों में से एक है जो अखबार का मालिक होने के साथ ही एनजीओ चलाता है और रियल स्टेट का कारोबार भी करता है. ऐसे रसूख वाले व्यक्ति पर सारे सबूत होने के बावजूद आरोप सिद्ध कर पाना आसान नहीं होता, क्योंकि पुलिस, प्रसाशन सब तो उसे बचाने की कोशिश में ही रहते हैं. तभी तो बालिका गृह में हुए इस यौन शोषण पर कोई कैंडल मार्च नहीं हुआ और न ही सोशल मीडिया पर ही शोर मचा.