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मुंबई माफिया भाग 4: वरदराजन मुदालियर का कुली से तमिलों के मसीहा तक का सफर

जब वरदा की मौत की खबर मुंबई पहुंची तो धारावी, सायन और कोलीवाडा सहित कई जगह जिंदगी जैसे रुक सी गयी. हर कोई ग़मगीन था. बिस्मिल्ला दरगाह के ज़रूरतमंद से लेकर वरदा के साथी और उसके नीचे काम करने वाले.

वरदा के मरने के बाद वरदा का पूरा कारोबार बिखर गया क्योंकि उसको वरदा की तरह सँभालने वाला कोई नहीं था.

वरदराजन मुदालियर के अंत के साथ मुंबई माफिया के एक अध्याय का अंत हो गया था. वरदा के कारोबार को ख़त्म करने में एक बड़ा हाथ तत्कालीन पुलिस अधिकारी Y C पंवार का भी बहुत बड़ा हाथ था, जिन्होने एक तरह से वरदा के हर एक धंधे पर नकेल कस दी थी.

वरदा की जिंदगी पर कई फ़िल्में भी बनी जिनमे मणि रत्नम की कमल हसन अभिनीत ‘नायकन ‘ और विनोद खन्ना की दयावान प्रमुख है.

तो ये था मुंबई माफिया भाग 4: वरदराजन मुदालियर का मुंबई के कुली से तमिलों के मसीहा तक का सफर

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