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क्यों आपको ही सबसे ज्यादा काटते हैं मच्छर?

मादा मच्छर

मादा मच्छर – आपने कभी नोटिस किया होगा कि आप किसी के साथ बैठे हैं लेकिन मच्छर केवल आपको काट रहे होंगे।

ऐसा अधिकतर लोगों के साथ होता है। लेकनि कोई इसका जवाब नहीं खोजता होगा। तो चलिए, आज हम आपको इसका जवाब देते हैं कि क्यों केवल आपको ही सबसे ज्यादा मच्छर काटते हैं।

इसका जवाब जानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आजकल मच्छर के काटने से डेंगू नाम की बहुत गंभीर बीमारी फैलने लगी है। यह मरीज की जान तक ले लेती है। जिसके कारण आजकल सरकार भी मच्छर से बचाव के लिए जागरुकता फैलाई है। लेकिन इन मच्छरों से बचा कैसे जाएं? खासकर तो वे लोग मच्छरों के काटने से कैसे बचें जिन्हें औरों की तुलना में मच्छर अधिक काटते हैं।

मादा मच्छर –

मीठे खून की वजह से

कुछ लोग कहते हैं कि जिनका खून मीठा होता है उन्हें मच्छर अधिक काटते हैं। लेकिन क्या सच में? क्योंकि इस तरह तो डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा मच्छर काटना चाहिए। लेकिन ऐसा होता नहीं है। तो क्या है इसका कारण?

तो आइए जानते हैं इसका कारण।

केवल काटती हैं मादा मच्छर

मादा मच्छर

सबसे पहले तो ये जान जाएं कि आपको केवल मादा मच्छर ही काटती हैं। क्योंकि मादा मच्छर को जिन्दा रहने के लिए आइसोल्युसिन की जरूरत होती है, जो उन्हें केवल इंसान के खून के द्वारा ही मिलता है। दरअसल मादा मच्छरों के लिए आइसोल्युसिन, एमिनो एसिड बनाने के लिए जरूरी होता है और इसलिए वो आपको काटती है। इस एमिनो एसिड से मादा मच्छर अपने अंडों का विकास करती हैं।
दरअसल मादा मच्छर एमिनो एसिड का इस्तेमाल प्रोटीन बनाने के लिए यूज़ करती हैं और इस प्रोटीन से उनके अंडों का विकास होता है। अक्सर ऐसा होता है कि दो इंसानो में से एक इंसान को खूब मच्छर काटते हैं और दूसरे को बिल्कुल भी मच्छर नहीं काटते हैं। ऐसा क्यों?
आखिर किन कारणों से मच्छर कुछ ही लोगों की तरफ आकर्षित होते हैं और इसके लिए रिसर्च क्या कहती है?

गर्म तापमान

मादा मच्छर

गर्मी में मच्छर अधिक काटते हैं। इनफेक्ट, आपने भी नोटिस किया होगा कि ठंड में मच्छर काटते ही नहीं है। क्योंकि मच्छरों को गर्म तापमान वाला वातावरण ज्यादा पसंद आता है। ऐसे में अगर आपकी बॉडी अगर ज्यादा गर्म होती है तो मच्छर आपको दूसरों की तुलना में ज्यादा काटते हैं।

कार्बनडाईआक्साइड

मादा मच्छर

यह जानना बहुत जरुरी है कि मनुष्य में ऐसा क्या है जो मच्छरों को उनकी तरफ खींचता है। इसका जवाब है कार्बनडाईऑक्साइड। जब मनुष्य अपनी सांस को छोड़ते हैं तो उसमें से कार्बनडाईऑक्साइड निकलती है और यही गैस मच्छरों को आकर्षित करती है और अँधेरे में भी आपकी स्थिति का उन्हें बता देती है और वे आकर आपको काट लेते हैं।

शरीर के केमिकल्स

शरीर मे मौजूद डिफरेंट टाइप्स के केमिकल्स भी मच्छरों को आकर्षित करते हैं। अध्ययनों के अनुसार मनुष्य के शरीर से लगभग 500 अलग अलग तरह के केमिकल, स्किन के द्वारा हवा में निकलते हैं और जिनमें से कुछ केमिकल्स को मच्छर अपने सिर में मौजूद एंटीना के द्वारा आसानी से पहचान लेते हैं और उस केमिकल की तरफ चले आते हैं फिर व्यक्ति को काटते हैं।

गर्भवती महिलाओं को काटते हैं अधिक मच्छर

मादा मच्छर

मच्छर यूरिक एसिड और कार्बनडाईऑक्साइड की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को मच्छर अधिक काटते हैं। मादा मच्छर मनुष्य की स्थिति को पता करने के लिए कई तरह की तकनीक का इस्तेमाल करती हैं जिनमें से कार्बनडाईआक्साइड महत्वपूर्ण होता है। प्रेग्नेंट महिलाएं ज्यादा सांस लेती हैं जिसके कारण वे कार्बनडाईऑक्साइड ज्यादा छोड़ती हैं। इसकी की वजह से मच्छर उनकी तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। इसी तरह उन्हें टॉयलेट भी ज्यादा आता है इसलिए उन्हें ज्यादा मच्छर काटते हैं।

पसीने में लैक्टिक एसिड

जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है उन्हें भी मच्छर अधिक काटते हैं। दरअसल पसीने में ज्यादा लैक्टिक एसिड बनता है जिसकी तरफ मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं और काटते हैं।

मादा मच्छर – तो ये हैं वे कारण जिनके कारण आपको ज्यादा मच्छर काटते हैं। जिसके कारण आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है कि आपका खून मीठा है और आपको डायबिटीज हो सकता है।