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250 रुपये कमाने वाला मैकेनिक बन गया 5 कंपनियों का मालिक

आपने धोखाधड़ी की कई कहानियां सुनी होंगीं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्‍स की कहानी सुनाने जा रहे हैं जिसे जी हां, पेशे से टीवी मैकेनिक बिरजू रजक आज पांच कंपनियों का मालिक है। उसके बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए जमा हैं।

आइए जानते हैं मैकेनिक बिरजू रजक की कहानी।

कभी सिर्फ 250 रुपए कमाता था

मैकेनिक बिरजू रजक की जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब वो सिर्फ 250 रुपए कमाता था।

तब उसके पास बस 10 हजार की सेविंग थी। तो फिर इतना बड़ा मुकाम उसने कैसे हासिल किया। खैर, उसके यहां तक पहुंचने की कहानी भी बड़ी दिलचस्‍प है।

आयकर विभाग ने दिया नोटिस

250 रुपए से करोड़ों की कमाई करने वाले मैकेनिक बिरजू रजक की कहानी तब सामने आई जब उसे आयकर विभाग की ओर से नोटिस आया। आयकर विभाग ने एक स्‍लम एरिया में रहने वाले बिरजू को नोटिस भेजा। 42 साल के इस मैकेनिक से विभाग ने उन 5.47 लाख रुपयों के लेनदेन को लेकर हिसाब मांगा है जो उसके खाते से 27 मई से 2 सितंबर के बीच किए गए।

जब मैकेनिक बिरजू रजक आयकर विभाग के दफ्तर पहुंचा तो उसने जो खुलासे किए उसे जानकर पुलिस तक हैरान रह गई।

बिरजू ने बताया कि उसकी मां कुछ समय पहले आनंद मोदी के यहां काम करती थी। वो एक बड़े व्‍यापारी थे और उसने उसकी मां से बिरजू का आधार कार्ड और अन्‍य पहचान पत्र मंगवाए थे। उसके बाद व्‍यापारी ने बिरजू का पैन कार्ड भी बनवा दिया था। इसके बाद बिरजू के नाम पर ना सिर्फ बैंग अकाउंट खोले गए बल्कि उसे पांच कंपनियों का डायरेक्‍टर तक बना दिया गया।

जिन कंपनियों के नाम सामने आए हैं उनमें नाइटशाइन विनिमय, त्रियेय डिस्ट्रिब्‍यूटर्स, गेनवेल प्रमोटर्स, इवनिंगस्‍टार, मैक्रॉन शामिल है।

अब तो आप समझ गए ना बिरजू ने अपनी गरीबी की दुहाई पर किसी के साथ गलत नहीं किया है बल्कि उसके साथ तो खुद अमीरों ने मज़ाक कर दिया है। अब ज़रा आप खुद ही सोचिए कि अगर बिरजू पांच कंपनियों का मालिक होता या उसके बैंक अकाउंट में करोडों रुपए होते तो वो बस्‍ती में क्‍यों रहता। वो भी कोई आलीशान घर खरीदकर उसमें ऐश करता लेकिन ये सब पैसे उसके नहीं है बल्कि उसकी मां जहां काम करती थी वहां के मालिकों ने उसके साथ धोखेबाजी की है। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि इसमें बिरजू की कोई गलती नहीं है बल्कि ये सब तो अमीरों ने अपनी काली कमाई को छिपाने के लिए किया था।

दोस्‍तों, हम खुद कई बार ऐसे किसी षड्यंत्र या जालसाजी का शिकार हो जाते हैं जिसके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होता।

कोई ऐसा हमें धोखा दे जाता है जिस पर हमने विश्‍वास किया हो। अगर आप इस घटना से कोई सीख लेना चा‍हते हैं तो अपने पर्सनल दस्‍तावेज किसी को भी ना दें और अपनी जानकारी के बिना किसी को भी इनका प्रयोग ना करने दें वरना आप भी मैकेनिक बिरजू रजक की तरह किसी मुसीबत में फंस सकते हैं और आपके ऊपर भी आयकर विभाग की तलवार लटक सकती है।

इसलिए जो भी करें अपने और अपने परिवार की भलाई के लिए करें।