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जाने आज हुए चुनाव तो क्या है देश का मूड

2019 के चुनाव

2019 के चुनाव – देश भर में साल 2018 से पहले तक मोदी का खूब बोल बाला था, यहाँ तक की कई लोगो ने तो साल 2019 के चुनावों तक का फैसला मोदी के पक्ष में सुना दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं अब देश भर में माहौल कुछ बदलते नजर आ रहे हैं जब से प्रधानमंत्री मोदी के डर से अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए देश के तमाम विपक्षी दल एक साथ आ रहे हैं. देखा जाए तो अब जनता के विचार राजनीति को ले के बदलते नजर आ रहे हैं.

तो ऐसे में अब केवल एक सवाल उठता है कि आखिर 2019 के चुनाव में क्या होगा इसका कुछ जवाब हमें एबीपीन्यूज–सीएसडीएस द्वारा किए गए सर्वे में मिला है.

2019 के चुनाव

मोदी अब भी सबसे लोकप्रिय हैं लेकिन पहले से कम

2019 के चुनाव

तो दोस्तों मोदी अभी भी हैं तो सबसे लोकप्रिय नेता लेकिन पहले के मुकाबले उनकी जनता के बीच लोकप्रियता कम हो गई है. इसके पीछे की वजह मोदी के बड़बोले वादों को बताया जा रहा है. मोदी ने अपनी सरकार बनने से पहले साल 2019 तक जो जो कार्य इस देश के लोगों के निर्माण के लिए करने को कहे थे उनमें से लगभग 80 प्रतिशत कार्य तो हुआ ही नहीं है. जबकि जनता से मोदी ने फिजूल टैक्स बटोरना शुरु कर दिया, पहले स्वच्छ भारत टैक्स उसके बाद अन्य टैक्स और फिर अंत में जीएसटी लगा के लोगों को बेहद गुस्से में ले आए मोदी. और अब शायद यही कारण हैं की उनकी लोकप्रियता पहले के मुकाबले काफी कम होती जा रही है.

राहुल गांधी की लोकप्रियता पहले से बढ़ी

2019 के चुनाव

जैसे-जैसे लोगों को भाजपा का असली रंग दिखने लगा है वैसे-वैसे जनता का रूख एक बार फिर कांग्रेस की ओर बढ़ता नजर आ रहा है. जहा एक तरफ आज से पहले राहुल गांधी का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जाता था वही अब धीरे-धीरे उन्हें सराहा भी जाने लगा है. राहुल के खिलाफ़ कई वीडियो को बीच-बीच में से काट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाता रहा है जिनका अब धीरे धीरे पर्दाफाश होने लगा है. इनमें सबसे लोकप्रिय वीडियो है आलू से सोने वाली जो की असल में मोदी ने कहा तक राहुल ने केवल अपने भाषण में उनकी बात रीपीट की थी. बता दे की अब NDA का वोट प्रतिशत 1% से बढकर 37% जबकि UPA का 6% से बढ़कर 37% होगा,

2019 के चुनाव

आँकड़ों की माने तो भाजपा एक बार फिर 2019 के चुनाव में मोदी के सहारे अपनी सरकार बना लेगी लेकिन सीटों की संख्या इस बार पहले के 323 के मुकाबले 49 घटकर 274 रह जाएंगी, जबकि दूसरी ओर कांग्रेस गठबंधन को 104 सीटों का फायदा होगा जो 164 तक पहुंच जाएगी, वही अन्य को 48 सीटों के नुकसान के साथ 105 सीट मिलेगी. यहाँ अन्य में यूपी में सपा+बसपा का गठबंधन भी शामिल है.

बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश में हो रहा है वही बिहार, ओडिशाऔर बंगाल में उसे फायदा होता दिखाई दे रहा है.

2019 के चुनाव के इस सर्वे में ये साफ है की अभी भी देश में प्रधानमंत्री मोदी की टक्कर का कोई नेता नहीं है पर विपक्ष पूरी तरह एकजुट होकर जरूर बीजेपी को कडी़ टक्कर दे सकता है.