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फिर बारिश से बेहाल हुए मुंबईकर, आखिर क्यों हर साल डूब जाता शहर?

बारिश से बेहाल मुंबई

बारिश से बेहाल मुंबई – मॉनसून हर साल मुंबई वालों के लिए मुसीबते लेकर आता है.

लाख दावों और वादों के बावजूद बीएमसी मॉनसून की मार से शहर को बचाने में नाकाम रहती है और हर साल की तरह इस साल भी बारिश में मुंबई की सड़के पानी से भरी हुई है. जिसकी वजह से रोड से लेकर रेलवे ट्रैक तक पर पानी भर गया है.

भारी बारिश की वजह से सोमवार को स्कूल और कॉलेज भी मुंबई में बंद रहे.

बारिश से बेहाल मुंबई – मुंबई में रविवार रात से ही भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से कई इलाकों में सड़कों और रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया. कई सड़कों पर लंबा ट्रैफिक जाम लगा है, वहीं कई लोकल ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं. बारिश की वजह से छात्रों को परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए राज्य के शिक्षा मंत्री ने सोमवार को मुंबई मेट्रोपॉलिटिन क्षेत्र के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है.

पिछले हफ्ते ही भारी बारिश की वजह से अंधेरी में एक पुल गिर गया था, इस घटना से सबक लेते हुए घाटकोपर इलाके के भी एक जर्जर पुल को बंद कर दिया गया है.

उधर मुंबई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेने भी देरी से चल रही है जिसकी वजह से लोगों को सुबह-सुबह ऑफिस जाने में काफी मुश्किलें हुई.

दरअसल, मौसम विभाग ने 6 जुलाई को ही मुंबई में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी. मुंबई के साथ ही पड़ोसी ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिलों में सोमवार को ‘भारी से बेहद भारी बारिश’ की चेतावनी जारी की है. इतना ही नहीं मुंबईकरों की परेशानी अभी जल्द खत्म होती दिखाई नहीं दे रही, क्योंकि  मौसम विभाग ने मुंबई में 2005 जैसी बारिश होने की आशंका जताई है. 2005 में हुई भारी बारिश ने शहर की रफ्तार पूरी तरह से रोक दी थी और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था.

यदि इस बार भी 26 जुलाई 2005 जैसी बारिश हो गई तो यकीनन मुंबई को बहुत बड़ा नुकसान उठाना होगा, मगर सवाल ये उठता है कि हर साल बारिश में शहर के अलग-अलग इलाके पानी में डूब जाते हैं तो प्रशासन जल निकासी की सही व्यवस्था क्यों नहीं करता है. बीएमसी आखिर पूरे साल करती क्या रहती है क्यों नहीं मुंबई को पहले से ही मॉनसून के लिए तैयार रखती है.

प्लास्टिक बैन करके और प्लास्टिक यूज़ करने वालों से फाइन लेकर ज़रूर वो अच्छा काम कर रही है, मगर फाइन वसूलने से ज़्यादा ध्यान अगर मुंबई की सड़कों और नालियों की सफाई पर दिया जाए तो शायद हर साल बारिश से बेहाल मुंबई बच जाए.