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भारतीयों को रिझाने के लिए गूगल ने किए ये बड़े बदलाव

गूगल के बदलाव

गूगल के बदलाव – भारत की तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या और इंटरनेट का बढ़ता इस्तेमाल बड़े वैश्विक कंपनियों के लिए बाज़ार है.

तभी तो गूगल जैसी दिग्गज कंपनी भारत में अपनी जड़े और मज़बूत करने के लिए भारत को ध्यान में रखते हुए कई बड़े बदलाव किए हैं और नई योजनाएं बनाई हैं ताकि ज़्याद से ज़्यादा भारतीय ग्राहक उसके साथ भविष्य में जुड़े रहें.

हाल ही में दिल्‍ली में आयोजित ‘गूगल फॉर इंडिया’ में गूगल ने कई बड़ी घोषणाएं की. भारत के लिए गूगल ने क्या नई योजनाएं बनाई है चलिए बताते हैं गूगल के बदलाव –

गूगल के बदलाव –

भारतीय भाषाओं में ज़्यादा सामग्री उपलब्ध कराना

गूगल ने प्रोजेक्ट नवलेखा की शुरुआत की है. इस प्रोजेक्ट के तहत अब पब्लिशर्स अपने कंटेंट को ऑनलाइन पब्लिश कर सकेंगे. इस प्रोजेक्ट के तहत देश के 1,35,000 भारतीय पब्लिशर्स को डिजिटाइज्ड किया जाएगा. गूगल का मकसद हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में सामग्री को बढ़ाना है. इसलिए इस नए प्रोजेक्ट के ज़रिए वो पब्लिशर को ये सुविधा प्रदान करेगी वो किसी भी भाषा का अपना कंटेंट वेबपेज पर डाल सकें.

एंड्रॉइड गो में जोड़े दो नए फीचर्स

गूगल के एंड्रॉइड गो में दो नए फीचर्स जोड़े गए है. अब गो यूजर्स दो भाषाओं में न्यूज फीड और ऑडियो प्लेबैक के द्वारा आर्टिक्ल्स चुन सकेंगे. बाद में इस फीचर में अंग्रेजी और हिंदी के अलावा कई भारतीय भाषाओं जैसे मराठी, मलयालम आदि को जोड़ा जाएगा.

वॉयस असिस्टेंट अब भारतीय भाषाओं में करेगा काम

गूगल का वॉयस असिस्टेंट अब हिंदी और अंग्रेजी के अलावा मराठी भाषा को भी सपोर्ट करेगा. इसके साथ ही कंपनी वॉयस असिस्टेंट के साथ 7 अन्य भाषाओं को भी जो़ड़ेगी.

गूगल तेज का नाम बदला

गूगल ने अपने तेज ऐप का नाम बदलकर गूगल पे कर दिया है जो अब ग्राहको को आसानी से लोन दिलाएगी.

मैप्स गो ऐप में जोड़ा गया टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन फीचर

गूगल के मैप्स गो ऐप के साथ टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन फीचर को जोड़ा गया है. गूगल मैप्स के इस लाइट वर्जन में अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ भी वॉयस नेविगेशन फीचर काम करेगा.

एंड्रॉइड गो स्मार्टफोन

इसके अलावा गूगल 400 से ज्यादा एंड्रॉइड गो स्मार्टफोन इस साल लॉन्च करेगी. सैमसंग के फ्लैगशिप वाला गैलेक्सी J2 कोर स्मार्टफोन एंड्रॉइड गो ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करेगा. सैमसंग का यह पहला स्मार्टफोन होगा जो गूगल के एंड्रॉइड गो को सपोर्ट करेगा.

गूगल गो लाइट सर्च ऐप पर शुरु की यूनीक सर्विस

अब आपको किसी भी वेबसाइट पर लिखी चीज़ें पढ़न की ज़रूरत नहीं होगी, क्योंकि गूगल इसे पढ़कर सुनाएगा. गूगल गो लाइट सर्ट ऐप पर ये सुविधा मिलेगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल गो ऐप पिछले साल से भारत और इंडोनेशिया समेत दुनिया के कई देशों में लॉन्च हो गई थी लेकिन अब विश्व के तमाम विकासशील देशों के कई अरब नए यूजर्स की पसंद का ख्याल करते हुए इस ऐप में टेक्स्ट टू स्‍पीच फीचर लॉन्‍च किया गया है. इसकी मदद से आप किसी भी वेबसाइट पर लिखी खबरों या जान‍कारियों को अपनी भाषा में सुन सकते हैं.

ये है गूगल के बदलाव – भारत में आज भी अंग्रेज़ी जानने वालों की संख्या बहुत कम है। बड़ी आवादी हिंदी और अन्य स्थानीय भाषाओं का इस्तेमाल करती है, उन्हें टारगेट करने के लिए ही गूगल अब हिंदी और स्थानीय भाषाओं पर फोकस कर रहा है.