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गरुड़ पुराण के अनुसार किसी भी व्यक्ति को ये 4 काम बीच में नहीं छोड़ने चाहिए !

गरुड़ पुराण के अनुसार

गरुड़ पुराण के अनुसार – अधिकांश लोगों की आदत में ये शुमार है कि वो कोई काम शुरू तो कर देते हैं लेकिन उन्हें अंजाम तक पहुंचाने से पहले ही उस काम को बीच में अधूरा छोड़ देते हैं, जबकि किसी भी काम को बीच में अधूरा छोड़ना भविष्य के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.

हिंदू धर्म के शास्त्रों में भी इस बात का जिक्र किया गया है कि व्यक्ति अगर अपने काम को बीच में छोड़ता है तो उसे आगे चलकर काफी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है. इसके साथ ही शास्त्रों में सुखी और समृद्धशाली जीवन के लिए भी कई नियम बताए गए हैं. कहा जाता है कि जो व्यक्ति इन नियमों का पालन करता है उसके जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानियां नहीं आती हैं.

धार्मिक ग्रंथों में गरुड़ पुराण एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें जीवन और मृत्यु के रहस्यों का उल्लेख विस्तार पूर्वक किया गया है. इसी गरुड़ पुराण के अनुसार इन कामों को अधूरा छोड़ना नुकसानदायक हो सकता है.

1- कर्ज का पूरा भुगतान न करना

गरुड़ पुराण मे कहा गया है कि अगर आपने किसी से उधार या कर्ज के रुप में पैसे लिए हैं तो उन पैसों को किसी भी स्थिति में लौटा देना चाहिए. अगर आप किसी कारणवश अपने कर्ज का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो फिर ब्याज के कारण उसकी रकम बढ़ने लगती है. जो आपके लिए तकलीफदेह साबित हो सकती है. इसके अलावा अगर किसी से कर्ज लिया जाए और समय पर उसका पूरा भुगतान न किया जाए तो इससे रिश्तों में दरार पड़ने लगती है.

2- बीमारी का पूरा इलाज न करवाना

अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से पीड़ित है तो फिर उसे उसका ठीक तरह से इलाज करवाना चाहिए. दवाइयों और जरूरी परहेज से बीमारी का जड़ से इलाज कराना जरूरी है. जो लोग अपनी बीमारी का इलाज बीच में ही छोड़ देते हैं उनकी बीमारी का वापस लौटना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए बीमार होने पर अपनी बीमारी का इलाज कराके उसे जड़ से खत्म कर देना चाहिए.

3आग को पूरी तरह से बुझाना चाहिए

अगर कहीं छोटी सी चिंगारी भड़की है तो फिर उसे बढ़ने नहीं देना चाहिए. इसलिए अगर कहीं आग लग गई है तो फिर उस आग को पूरी तरह से बुझा देना चाहिए. ऐसा न करने पर एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ी आग में तब्दील होकर जान और माल को भारी नुकसान पहुंचा सकती है.

4- दुश्मनी का नाश न करना

अगर आपका कोई दुश्मन है और वो बार-बार आपकी राह में अड़चनें पैदा कर रहा है तो फिर समझदारी इसी में कि उससे दुश्मनी खत्म कर ली जाए. ऐसा न करने पर हमारा दुश्मन हमेशा हमारा अहित करने के बारे में ही सोचता रहेगा और हमसे दुश्मनी बढ़ाता रहेगा. इसलिए दुश्मनी को खत्म कर लें ताकि आपके जीवन से दुश्मन से पैदा होनेवाले डर का खात्मा हो सके.

गौरतलब है कि गरुड़ पुराण के अनुसार – गरुड़ पुराण में उल्लेखित इन चार कामों को जो व्यक्ति अंजाम तक नहीं पहुंचाता या फिर उसे अधूरा छोड़ देता है तो निकट भविष्य में उसे तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.