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फ्रेंडशिप से ज्यादा और रिलेशनशिप से कम – रिश्ते का नया ट्रेंड फ्लर्टेशनशिप

जो लोग अपने रिलेशनशिप के टूटने से डरते है या फिर कोई कमिटमेंट करे या ना करे इस उलझन में है.

मतलब वो इस बात को लेकर श्योर नहीं रहते हैं कि किसी रिश्ते को वो शादी के अंजाम तक ले जाएंगे या नहीं या फिर किसी सीरियस रिलेशनशिप में पड़े की नहीं. उनके लिए बीच का रास्ता निकला है फ्लर्टेशनशिप.

विदेशों में तो इसका प्रचलन काफी वक्त पहले से है लेकिन भारत में ये कॉन्सेप्ट धीरे-धीरे पॉपुलर हो रहा हैं.

क्या है फ्लर्टेशनशिप :-

जब कोई रिश्ता दोस्ती से ज्यादा और रिलेशिप से एक कदम दूर होता है तो उसे फ्लर्टेशनशिप कहा जाता हैं. इस तरह के रिलेशशिप की ऑफिशियल इन्फार्मेशन भी किसी को नहीं दी जाती हैं, यानि इसे पब्लिकली एक्सेप्ट नहीं किया जाता हैं.

क्या है बाते ख़ास बातें जो है फ्लर्टेशनशिप से जुड़ी है:-

1)   ऐसा जरुरी नहीं कि इस तरह के रिलेशनशिप के लिए दो लोगो का सिंगल होना जरुरी हैं. कई बार कोई एक या फिर दोनों लोग ही सीरियस रिलेशनशिप में रहते हुए किसी तीसरे व्यक्ति के साथ फलर्टेशनशिप में रह सकते हैं जब उन्हें खुद ही पता नहीं होता हैं कि इस रिश्ते का भविष्य क्या होगा. कभी-कभी फ्लर्टेशनशिप की वजह से आपका सीरियस रिश्ता खतरें में भी पड़ सकता हैं. क्योंकि  आपके पार्टनर को आपकी किसी व्यक्ति से नजदीकी हो सकता हैं कि पसंद ना आए.

2)  इस तरह के रिलेशनशिप में इंटीमेसी (नज़दीकी-किस,हग जैसी चीजें) होने का चांस  ना के  बराबर होता है या बहुत कम होता हैं.  ये किसी भी जगह हो सकती है. जैसे स्कूल, कॉलेज, पार्टी या सोशल गेंदरिंग में होती हैं.

3)  इसमें एक दूसरे की तारीफ़ करना, जोक्स, कमेंट्स और टेक्सट मैसेज़ करना जैसी चीज़े हो सकती हैं. एक तरह से ये दोनों लोग किसी तरह की सीरियस रिलेशनशिप के लिए पूरी तरह तैयार नहीं होते हैं.

4)   इस तरह के रिलेशनशिप में कोई व्यक्ति एक दोस्त की तरह आपका हाल-चाल जानेगा, जरुरत पड़ने पर आपके आंसू भी पोंछेगा, और जिंदगी से जुड़े तमाम पहलुओं पर सलाह भी देगा.

5)   कभी-कभी ये डिसाईड करना बेहद मुश्किल हो जाता है कि कोई सीरियस कमिटमेंट किया जाए या नहीं , कभी कभी कोई इंसान किसी शख्स का दिल दुखाना नहीं चाहता है. इसलिए रिलेशनशिप में पड़ने के लिए सोचने का वक्त भी मिल जाता हैं. कभी-कभी ये फ्लर्टेशनशिप सीरियस रिलेशनशिप में भी बदल जाती है. या फिर बिना किसी कड़वाहट के खत्म भी हो जाती हैं.

कभी –कभी फ्रेंड्स एक बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के तौर पर कहलाना पसंद नहीं करते है और एक फ्रेंड के तौर पर अपने रिलेशन भी खत्म नहीं करना चाहते हैं. उसके लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन फर्लटेशनशिप से बेहतर और क्या हो सकता हैं भला, जिसमें ब्रेक-अप और रिलेशनशिप दोनों ही ऑप्शनल हो.

Shilpa Rounghe

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