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जब यमराज से हो गई गलती और मरे हुए को फिर से ज़िंदा किया !

यमराज

यमराज – ये भारत है मेरे भाई यहाँ कभी भी कुछ भी हो सकता है. मरने के बाद लोग जिंदा हो जाते हैं और न जाने कितने लोग जीते जी  मर जाते हैं.

दुनिया की भेडचाल में आप भी फालतू की खबरें पढ़कर अगर हो गए हैं बोर तो पढ़ें हमारी ये अजब गज़ब खबर. इस खबर में आपको यमलोक का दर्शन कराएंगे हम.

जी हाँ, एक ऐसे इंसान के मुंह आप पूरी कहानी सुनेंगे, जो न सिर्फ यमराज से लड़कर वापस आया बल्कि उसे यमदूतों ने पुरे सम्मान के साथ वापस धरती पर पहुँचाया.

वजह बहुत बड़ी नहीं थी. बहुत छोटी सी वजह थी, लेकिन धरती के इंसान, वो भी अगर वो भारतीय हो तो क्या कुछ नहीं करता.

पढ़िए यमराज की ये रोचक कहानी.

आपने कई बार सुना होगा कि कोई अचानक मर गया.

आपको सुनकर हैरानी भी होती है. लोग कहते हैं कि अभी तो वो ठीक था, स्वस्थ था, अचानक क्या हो गया जो मर गया. ठीक ऐसा ही हुआ है एक बार फिर. हुआ कुछ ऐसा कि मातम खुशियों में तब्दील हो गया. जो मारा था वो कुछ देर के बाद जिंदा हो गया और लोगों को कहानी सुनाने लगा.

अलीगढ़ के गांव किरथल में कुछ ऐसा ही हुआ. यहां एक ग्रामीण मरने के पांच घंटे बाद फिर जी उठा.

नजारा देख बिलखता परिवार व अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे ग्रामीण और नाते रिश्तेदारों को भी इस पर विश्वास नहीं हुआ. जब ग्रामीण ने सभी को नाम से पुकारना शुरू किया तब कहीं जाकर सभी को भरोसा हुआ.

53 साल के रामकिशोर का अचानक निधन हो गया.

रामकिशन बिल्कुल स्वस्थ थे और किसी बीमारी से पीड़ित नहीं थे. उनकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया. आसपास के लोग भी रामकिशोर के घर जुटने लगे. रिश्तेदारों को भी रामकिशोर के निधन की सूचना दे दी गई. बताया जा रहा है कि परिजनों ने रामकिशोर के मृत शरीर के अंतिम संस्कार की तैयारियां भी शुरु कर दीं. लेकिन इस दौरान मृत शरीर में हलचल होने लगी. इसे देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए, तभी अचानक रामकिशोर उठकर बैठ गए और कहा कि अब वह एकदम ठीक हैं.

यह देखते ही कुछ लोग तो डर गए, लेकिन जब लोगों को एहसास हुआ की सच में जिंदा हो गए हैं तो लोग खुश हो गए.

राम किशोर ने खुद लोगों को ये कहानी सुनाई, “बस इतना ही दिखा की एक बैठक चल रही है जिसमें कुछ दाढ़ी वाले महात्मा सबसे बड़ी दाढ़ी वाले महात्मा को अपना-अपना पक्ष बता रहे हैं, इसी दरम्यान बडे़ महात्मा ने पूछा कि इसका क्या है, इसे क्यों ले आए, देखों जरा, बस एक आवाज और आई इसे क्यों ले आए, अभी वक्त है. यमदूत गलती से मुझे ले गए थे, अब वापस भेज दिया है. इतना सुनने के बाद ही उन्हें लगा कि किसी ने धक्का दे दिया और जब आंख खुली तो परिवार को बिलखते हुए देखा. ”

अब इसे चमत्कार ही कहेंगे. रामकिशोर के परिवार के ऊपर भगवान ने सच में बहुत बड़ा उपकार किया है. यमराज भी रामकिशोर के सामने माफ़ी मांगे और दोबारा धरती पर भेज दिए. काश ऐसा हर किसी के साथ हो सकता.