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एक और बोल-बच्चन, अयोध्या में था बौद्ध मंदिर

बौद्ध मंदिर

बौद्ध मंदिर – मंदिर-मस्जिद की बातें आजकल आपको काफी सुनने को मिल रह होंगी।

कुछ भाजपा या संघ प्रेरित नेता राम मंदिर बनाने के लिए अभी के समय को काफी उपयुक्त मानते हैं। तो इसी बीच कोई लंका के रावण का असली निवास स्थल नोएडा को बता देता है और हर किसी को ध्यान बंट जाता है। सबके अपने-अपने तरह के बोल-बच्चन है और यह बड़ी-बड़ी बातें अगले साल तक होने वाले चुनावों तक जारी रहेंगे।

इन्हीं सारे बोल बच्चन के बीच एक नई बात पता चली है कि अयोध्या में राम मंदिर के बजाय बौद्ध मंदिर था। एक भाजपा नेता का कहना है कि अयोध्या में बौद्ध मंदिर है।

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अयोध्या और बौद्ध मंदिर का नाता

यह बात एक केंद्रीय मंत्री ने की है जिसके बाद गूगल पर अयोध्या और राम मंदिर में नातों को काफी ज्यादा सर्च किया जाने लगा है। आपके दिमाग में भी यह बात आ गई होगी की अयोध्या और बौद्ध मंदिर में क्या अंतर है। इसका जवाब जानने में ज्यादा अपने दिमाग को खर्च ना करें और केवल खबर से मतलब रखें। क्योंकि चुनाव होने तक ऐसे बोल-बच्चन जारी रहेंगे।

बौद्ध मंदिर

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का दावा

अयोध्या में राम मंदिर होने का दावा केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने किया है। उनका दावा है कि अयोध्या में विवादित भूमि पर मूल रूप से एक बौद्ध मंदिर था। यह अपने तरह का तीसरा दावा है। अन्य दो दावों में बाबरी मस्जिद और राम मंदिर की बात की जाती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यह बात उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित पुस्तक ‘मुसलमान और योगी आदित्यनाथ’ का विमोचन करते हुए कही। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने इस दौरान कहा कि हिन्दू और मुसलमानों को अयोध्या मुद्दे पर लड़ना नहीं चाहिए और इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम एकता की वकालत करते हुए कहा कि भारत को मजबूत देश बनाने के लिए यह जरूरी है।

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मुस्लिम विरोधी नहीं

इस कार्यक्रम के दौरान अठावले ने नरेंद्र मोदी को मुस्लिम प्रेमी भी बता दिया। दरअसल उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ मुसलमान विरोधी नहीं हैं और यह बात प्रधानमंत्री के नारे ‘सबका साथ सबका विकास’ में भी झलकती है। इस बात का तो यही मतलब निकलता है कि मोदी सरकार मुस्लिम प्रेमी है। लेकिन इस पर शायद मुस्लिमों की ही विश्वास नहीं है।

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बेतुकी तुकबंदी के लिए फेमस

रामदास अठावले सार्वजनिक आयोजनों और संसद तक में अपनी बेतुकी तुकबंदी के लिए फेमस हैं। इसका नजारा इस कार्यक्रम में भी देखने को मिला। रामदास अठावले ने आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘यूपी में चमक रहा है योगी आदित्यनाथ का तारा, हिन्दू-मुसलमान को लड़ाने वालों के बजा देंगे बारह। ’

कौन है रामदास अठावले?

रामदास अठावले मोदी सरकार में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री हैं। इससे पहले ये आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 25 प्रतिशत आरक्षण देने की राय जाहिर कर चुके हैं। जिसे केवल सवर्णों को अगले चुनाव में अपने तरफ करने का प्रोपेगेंडा अन्य पार्टियों द्वारा बताया जा रहा है।