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असम के एक विधायक ने घुटनों के बल बैठकर लोगों से मांगी माफी

असम के विधायक

असम के विधायक – इलेक्शन के आते ही सारे नेता एक पैर पर नाचने के लिए तैयार रहते हैं।

ऐसे में किसी नेता द्वारा माफी मांगने की खबर कहीं से आ जाए तो विश्वास करने से पहले पूरी खबरों को जांचने का काम पहले करें। क्योंकि ये इलेक्शन से पहले मोर के नाचने की तरह की खबर हो सकती है। खैर हम मुद्दे पर आते हैं। हाल ही में खबर आई है कि असम में एक नेता अपने घुटनों पर बैठकर सबसे मांफी मांग रहा है।

अगर इस हेडिंग के साथ ये खबर आपके गूगल सर्च में आएगी तो नजरें तो जाएंगी ही। हमारे और आपके साथ भी ऐसा ही हुआ।

लेकिन हमलोगों ने आपका काम आसान बनाते हुए इसकी पूरी तहकीककात की और फिर ये खबर आपके लिए लाए हैं।

घुटनों पर क्यों बैठे ये विधायक

तो सबसे पहला सवाल है कि ये असम के विधायक क्यों अपने घुटनों पर बैठे? दरअसल बात ऐसी है कि इस विधायक ने वहां के एक अस्पताल में सबके सामने अपने घुटने पर बैठे और लोगों से मांफी मांगी।

शुरू से इस खबर पर आते हैं।

यह खबर असम की है। घुटनों पर बैठने वाला विधायक मरियानी विधानसभा सीट से विधायक है। इस विधायक का नाम रूपज्योति कुमार है और यह कांग्रेस पार्टी का विधायक है।

असम के विधायक रूपज्योति कुमार ने एक अस्पताल में घुटनों के बल जाकर लोगों से माफी मांगी और वादा ना पूरा करने की बात को कबूला। तो इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस विधायक को समझ आ गया है कि अब झूठ बोलने के लिए तो कुछ है नहीं। कम से कम सच ही बोल दिया जाए और इन्होंने सच बोलते हुए ये बात कबूली कि हमने जो विकास का वादा किया था उसमें से कुछ भी पूरा नहीं हुआ है और हमने अपना वादा नहीं निभाया है। अब उन्हें इसका पश्चाताप हो रहा है और वह लोगों से अपने घुटने पर बैठकर मांफी मांग रहे हैं।

असम के विधायक

चुनावी स्टंट

इस आप चुनावी स्टंट समझ सकते हैं। इसकी आपको खुली छूट है क्योंकि ये चुनावी स्टंटसे ज्यादा कुछ भी नहीं है। वैसे भी इलेक्शन आते ही नेताओं का चाल चलन बिलकुल बदल जाता है। चार साल तक ऊंचा रहा सिर अचानक से चुनाव के समय नीचे झुक जाता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप ऐसे स्टंट में ना विश्वास करें। क्योंकि वोटों की खातिर नेताओं द्वारा ऐसे चुनावी स्टंट करना आज के नेताओं का सामान्य काम है। वैसे भी अब ये स्टंट नहीं करेंगे तो वोट मिलेंगे कैसे।

यह उसी तरह है जैसे कि आजकल के फिल्मों से कहानी तो होती ही नहीं है तो वे एक-दो स्टंट और एक आइटम सॉन्ग रख देते हैं। तो चुनावी स्टंट शुरू हो चुका है और आइटम सॉन्ग चुनाव आने तक आपको सुनने मिल जाएंगे।

वादा करना भी आम बात

आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि इन नेताओं द्वारा किया गया वादा तो पूरा होने से रहा। इसलिए आप ज्यादा उम्मीद मत लगाइए और अगर आपने उम्मीद लगाई हुई है तो आपको खुश करने के लिए ये आपसे अंत में माफी मांग लेंगे। मतलब कि “चुनाव में वादे करना तो एक आम बात है। लेकिन फिर भी अगर आपको इस वजह से दुख हुआ है तो हम माफी मांगते हैं।”
देखा कितने सच्चे और आदर्शवादी हैं हमारे नेता !!

तो अब वादा पूरा होगा या नहीं इस बात की कोई गारंटी नहीं है। लेकिन वादा पूरा ना होने पर आपके नेता अपने घुटनों के बल आकर आपसे माफी मांग सकते हैं। ऐसा होने की गारंटी अब हो सकती है। और ऐसी ही कुछ तस्वीर असम में आई है जो हर किसी को हैरान कर रही है। लेकिन आप हैरानी मत जताइएगा। बल्कि इसकी आदत डालिए।

असम के विधायक

घुटनों पर बैठ नेता ने मांगी माफ़ी

असम की मरियानी विधानसभा सीट से विधायक रूपज्योति कुमार ने एक अस्पताल में घुटनों के बल जाकर लोगों से माफी मांगी और वादा ना पूरा करने की बात को कबूला। असम-नगालैंड बॉर्डर पर मौजूद महात्मा गांधी मॉडल अस्पताल में मौजूद मरीजों ने विधायक से ठीक से इलाज ना होने की शिकायत की तो नेताजी घुटनों पर आ गए। दरअसल, रूपज्योति ही अस्पताल के मैनेजमेंट के अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनकी जिम्मेदारी और भी अधिक हो जाती है। लेकिन इसे जिम्मेदारी को निभाने के बजाय या उसे निभाने की कोशिश भी करने के बजाय वे घुटनों पर बैठे और मांफी मांगने लगे। फिर इसके बाद ये कांग्रेस विधायक ने राज्य की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इस अस्पताल में सिर्फ 8 डॉक्टरों को तैनात किया है।

मतलब कि एक तो आप वहां अपने स्तर पर ही कोई कोशिश नहीं कर रहे हैं और फिर आप दूसरी पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं। सारी पार्टियों का यही हाल है। सब एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं कि वह काम नहीं करने दे रही है जबकि स्कूल में छोटे से ही यह सिखाया जाता है कि जिसे काम करना होता है उसे कोई नहीं रोक सकती।

अब आप हमें कमेंट में बताइए कि आपको क्या लगता है असम के विधायक के माफी मांगने पर। क्योंकि पूरी खबर आपको दे दी गई है। आगे आपकी मर्जी।