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योग और प्राणायम के 21 विशेष नियम

योग और प्राणायम

दोस्तों आज योग सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि पूरे विश्व भर में अपनी पहचान बना रहा है. भारत के योग रुपी प्राचीन धरोहर का महत्व संपूर्ण विश्व ने माना है. और अपने आप को निरोगी बनाए रखने के लिए योग को अपनाया है.

दोस्तों ये योग और प्राणायम दिखने में जितने आसान हैं, हमारे स्वास्थ्य पर उतना ही महत्वपूर्ण योगदान होता है.

स्वास्थ्य संबंधित संपूर्ण लाभ के लिए योग से बेहतर कुछ नहीं. दोस्तों योग को करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि विशेष नियमों का पालन किया जाए. गलत तरीके से किया गया योग तकलीफ दे हो सकता है.

इसलिए आज हम आपको योग और प्राणायम के कुछ विशेष नियम बता रहे हैं, जिसे अपनाना आपके लिए लाभदायक होगा.

योग और प्राणायम के नियम

1 – दोस्तों जब आप योग करने के शुरुआती दौर में ही हैं, तो ध्यान रखें कि योग विशेषज्ञ की देखरेख में हीं योग करें. और जब तक आप पूरी तरह प्रशिक्षित ना हो जाएं, अकेले योग ना करें.

2 – योग से जुड़ा कोई भी प्रश्न अगर आपके मन में हो तो विशेषज्ञ से जरूर पूछें.

3 – योग करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह – सबेरे का होता है. सूर्योदय के आधा घंटे पहले से लेकर सूर्योदय के 1 घंटे बाद तक का समय विशेष लाभ देने वाला होता है.

4 – जब भी आप योग करने जाएं, तो आपका पेट पूरी तरह साफ होना चाहिए.

5 – नहाने से 20 मिनट पहले या नहाने के 20 मिनट बाद तक योग नहीं करना चाहिए.

6 – पूरी तरह योग का लाभ पढ़ने के लिए नियमित रूप से इसका अभ्यास करना जरुरी होता है. हफ्ते में सिर्फ एक या दो दिन योग करने से इसका विशेष लाभ नहीं मिलता.

7 – योग करने के लिए हमेशा ऐसे जगह का चुनाव करें,जो स्वच्छ, हवादार, साफ-सुथरा और समतल जमीन हो.

8 – खाली जमीन पर योग करने से बेहतर होता है, कि जमीन पर चटाई, योगा मैट या दरी इत्यादि जरूर बिछाना चाहिए.

9 – प्राणायाम और योग खाली पेट हीं करना चाहिए.

10- ध्यान रखें कि खाना खाने के 2 घंटे बाद हीं प्राणायाम और योग किया जाना चाहिए. सिर्फ वज्रासन योग हीं खाने के तुरंत बाद किया जा सकता है.

11- योग करने के आधा घंटे के बाद हीं कुछ भी खाना या पीना चाहिए.

12- योग करने के दौरान शरीर के किसी भी तरह के वेग जैसे छींक आना, पेशाब इत्यादि को रोककर नहीं रखना चाहिए.

13- जब भी आप योग और प्राणायाम करने जाएं, तो ध्यान रखें कि पहले प्राणायाम करें और उसके बाद हीं योग आसन करना चाहिए.

14- दो अलग प्राणायम या योगासन के बीच 1 से 2 मिनट का फर्क रखें.

15- योग खत्म होने के बाद 5 मिनट तक शवासन जरूर करें.

16- अगर आपको किसी तरह की कोई परेशानी है, या आप बीमार हैं, तो आपको योग करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

17- महिलाओं को पीरियड के दौरान योग और प्राणायम नहीं करना चाहिए.

18- अगर कोई महिला गर्भावस्था में है, तो उन्हें योग विशेषज्ञ और डॉक्टर की सलाह पर हीं योग करना चाहिए.

19- योग करने के लिए मन और चित्त शांत और एकाग्र होना बेहद आवश्यक है.

20- किसी भी तरह का योग करते समय अगर आपका जी मिचलाता है, सिर दर्द होता है, चक्कर आना या अन्य किसी तरह की परेशानी होती है, तो योग विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से सलाह लेना उचित होता है.

21- शुरुआती दौर में ही अपेक्षा से अधिक योग नहीं करना चाहिए. धीरे-धीरे योग की समयावधि को बढ़ाना उचित रहता है. नहीं तो अपेक्षा से अधिक योग करना हानिकारक हो सकता है.

मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग और प्राणायम बेहद हीं कारगर और उपयुक्त माध्यम होता है. इसलिए दोस्तों निरोगी काया के लिए योग और प्राणायम का सहारा सबसे बेहतर और लाभदायक होता है.