ENG | HINDI

क्यों ऑफिस जाने वाली महिलाओं को होता है पुरुषों से ज्यादा तनाव?

महिलाओं को ज्यादा तनाव

महिलाओं को ज्यादा तनाव – हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में ये बात सामने आई है कि पुरुषों के मुकाबले ऑफिस जाने वाली महिलाओं को ज्यादा तनाव रहता है। महिलाओं में डिप्रेशन का खतरा भी पुरुषों से ज्‍यादा ही होता है।

रिसर्च की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जैसे-जैसे महिलाएं अपनी प्रोफेशनल लाइफ में आगे बढ़ती हैं वैसे-वैसे उनमें डिप्रेशन का खतरा ज्‍यादा होता रहता है। इसके अलावा शोध में यह भी पता चला है कि जिन महिलाओं की सैलरी अपने पति से ज्‍यादा होती है उनमें डिप्रेशन का खतरा ज्‍यादा रहता है।

रिसचर्स का कहना है कि परिवार को आर्थिक रूप से सबसे ज्‍यादा मदद करने वाले व्‍यक्‍ति के मनोविज्ञान पर भी असर पड़ता है।

परिवार के दूसरे सदस्‍यों की तुलना में जैसे-जैसे महिलाएं अपनी प्रोफेशनल लाइफ में तरक्‍की करने लगती हैं वैसे-वैसे उनमें डिप्रेशन के लक्षण आने लगते हैं।

अध्‍ययन के अनुसार आय में बढ़ोत्तरी के साथ पुरूषों के जीवनस्‍तर में तो सुधार आता ही है साथ ही मानसिक सेहत भी बेहतर होने लगती है।

इस अध्‍ययन में 1463 पुरुष और 1769 महिलाओं ने हिस्‍सा लिया था और इसमें प्रतिभा‍गियों के मनोविज्ञान और मानसिक सेहत की जांच की गई।

अध्‍ययन के अनुसार जब महिलाएं अपने बच्‍चों और परिवार की देखभाल के लिए घर पर रहती हैं तो उनकी मानसिक सेहत ज्‍यादा बेहतर रहती है। वहीं इसके विपरीत जब पुरुष घर पर रूक कर अपने परिवार की देखभाल करते हैं और घर पर रहते हैं तो उनकी मानसिक सेहत पर इसका गलत असर पड़ता है।

अध्‍ययन के दौरान महिलाओं और पुरुषों में नौकरी और घर की जिम्‍मेदारियों और उनकी वजह से होने वाले अवसाद में अंतर नज़र आया।

जो पुरुष घर की देखभाल के लिए अपनी नौकरी छोड़ देते हैं उनमें तनाव का स्‍तर बढ़ जाता है जबकि महिलाओं की मानसिक सेहत पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ता है।