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एक नारी के यौन शोषण की ये पौराणिक कथा आपको झकझौर देगी!

यताति की बेटी माधवी

नारियों पर अत्याचार का इतिहास काफी पुराना रहा है ।

शास्त्रों और पुराणों में कई कहानियां औए कथाएं है जो नारियों पर हुए शोषण और अत्याचार को बयान करती है।

ऐसी ही पौराणिक कथा आज हम आपको बताने जा रहे है।

इस कहानी का जिक्र महाभारत में भी मिलता है, इस पौराणिक कथा में कैसे एक नारी का उसकी पूरी जिंदगी यौन शोषण होता है ये बताया गया है।

ये कहानी है विशवामित्र के शिष्य गालव की है जो अपने गुरु विश्वामित्र को गुरु-दक्षिणा में 800 श्वेत अश्व भैंट देना चाहता है। लेकिन उसके पास देने के लिए कुछ नहीं है। ऐसे में वो राजा यताति के पास जाता है लेकिन राजा के पास देने के लिए श्वेत अश्व तो नहीं होते तब वो अपनी पुत्री माधवी को भैंट स्वरूप गालव को सौंप देता है।

माधवी बेहद खुबसुरत, अत्यंत आकर्षक थी जो किसी भी गुण में कम नहीं थी।

राजा यताति ने अपनी बेटी माधवी को उसकी इच्छा के विरुद्ध जाकर ऋषि गालव को भैंट कर दिया है।

अब सोचिये क्या अपनी बेटी भी कोई भैंट करने वाली वस्तु है।

बस यही से शुरू होती है माधवी की बर्बादी की कहानी।

अब इस कथित ऋषि गालव ने माधवी को तीन राजाओं को एक-एक वर्ष के लिए भैंट कर दिया ताकि हर राजा से माधवी के बदले 200-200 घोड़े ले सके। गालव को  कुल 800 घोड़े देने थे । ऐसे में उसे तीनो राजाओ 600 घोड़े प्राप्त होते है। इन तीनों राजाओं ने माधवी के साथ यौन शोषण करके संतान की प्राप्ति की । उसके बाद उसे वापस गालव को सौंप दिया।

लेकिन अभी भी विश्वामित्र को 200 घोड़े और देने बाकि थे।

ऐसे 200 घोड़ो के बदले गालव ने यताति की बेटी माधवी को ही विश्वमित्र को दे दिया। विश्वामित्र तब तक माधवी का यौन शोषण करता रहा जब तक कि उससे एक पुत्र की प्राप्ति नहीं हो गई। जब विश्वामित्र को माधवी से पुत्र की प्राप्ति हो गई तो उसने माधवी को वापस गालव को दे दिया। गालव ने माधवी को वापस उसके पिता यताति को सौंप दिया क्योंकि माधवी अब उसके किसी काम की नहीं रह गई थी। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण तथ्य तो यह है कि इस दौरान गालव खुद भी यताति की बेटी माधवी का यौन शोषण करता रहा था।

यह कथा अपने आप में एक उदाहरण है कि नारियों पर होने वाले अत्याचार की स्थिति उस समय भी चिंतनीय थी।

अगर एक राजा यताति की बेटी माधवी के साथ ये सब हो सकता है तो उस युग की निम्न वर्ग की नारियों की स्थिति कि तो हम कल्पना भी नहीं कर सकते है।