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मर्दों की बराबरी करने का मतलब है उन्हें खुद से बेहतर समझना

मर्दों की बराबरी

अकसर महिलाओं को ये कहते सुना जाता है कि उन्‍हें मर्दों की बराबरी करनी है या वो मर्दों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं।

महिलाओं की इसी सोच और स्थिति के कारण देश और दुनिया में वुमेन एंपॉवरमेंट का नारा खूब चल रहा है।

कई जगहों पर महिलाएं ये कहती हुई पाई गईं हैं कि उन्‍हें भी मर्दों की तरह हर क्षेत्र में अपना वर्चस्‍व कायम करना है और पिछले साल इसी संदर्भ मं महिलाओं के एक संगठन ने महाराष्‍ट्र शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की शुरुआत कर दी। अब भला कोई बताए कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को फिर से शुरु करने से वुमेन एंपॉवरमेंट कहां होती है या फिर इससे समाज में महिलाओं की स्थिति में कैसे बदलावा आता है।

देश में ऐसे भी कई मंदिर हैं जहां पर पुरुषों का प्रवेश वर्जित है तो क्‍या पुरुषों को भी महिलाओं की तरह संगठन बनाकर उन मंदिरों पर धावा बोल देना चाहिए। अगर आपको लगता है कि आप पुरुषों से किसी मामले में कम नहीं हैं और आप भी उनकी बराबरी करना चाहती हैं तो आप गलत हैं।

इसलिए गलत है ये सोच

अगर आप मर्दों की बराबरी करने की सोचती हैं तो इसका मतलब है कि आपने मान लिया है कि पुरुष आपसे ज्‍यादा सुपीरियर हैं। जी हां, हम किसी की बराबरी करने की तभी सोचते हैं जब हमें कोई खुद से ज्‍यादा या सुपीरियर लगने लगता है। पुरुषों को खुद से सुपीरियर मानने के बाद ही आप उनके जैसा बनने या उनकी बराबरी करने के बारे में सोचने लगती हैं।

दोस्‍तों ये तो थी महिलाओं की सोच की बात लेकिन इसके अलावा महिलाओं के बारे में ये बात भी कही जाती है कि वो किसी की भी नहीं सुनती हैं और सिर्फ अपने मन की करती हैं लेकिन आपको बता दूं कि इस धरती पर 3 ऐसे भी लोग हैं जिनकी बात महिलाएं कभी नहीं टालती हैं।

टेलर – अगर महिलाएं टेलर की कही बात को ध्‍यान से नहीं सुनेंगी या उनके अनुसार बताए गए डिज़ाइन पर हामी नहीं भरेंगी तो उनकी कीमती ड्रेस खराब हो सकती है। खुद को खूबसूरत दिखाने और अपनी कीमती ड्रेस को बचाने के लिए महिलाएं टेलर की बात को मान लेती हैं।

फोटोग्राफर – पुरुषों के मुकाबले महिलाएं अपनी तस्‍वीरों को लेकर ज्‍यादा कॉन्‍शियस रहती हैं। ऐसे में फोटोग्राफर्स की हिदायतें और फोटो के लिए देने वाले पोज़ को वो बड़ी शिद्दत से मानती हैं। फोटो खराब हो गई तो उनका मूड खराब हो जाता है इसलिए महिलाएं फोटोग्राफर्स की बात को कभी टालती नहीं हैं।

ब्‍यूटीशियन – इस प्रोफेशन में मर्द भी होते हैं और पुरुष भी। ब्‍यूटीशियन की बात सुनना सबसे ज्‍यादा जरूरी होता है। अगर आपने उनकी एडवाइस नहीं मानी तो आपका खूबसूरत सा चेहरा बिगड़ सकता है इसलिए महिलाएं अपने ब्‍यूटीशियन की बात को हमेशा फॉलो करती हैं।

अगर आप भी मर्दों की बराबरी करने की होड़ में लगी हैं तो आप गलत हैं। आपको अपने अंदर की शक्‍ति को पहचानना चाहिए। महिलाएं और पुरुष दोनों ही अपने स्‍तर पर बेहतरीन हैं और सभी को ये बात समझनी चाहिए।

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