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भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में ही क्यों सोते थे?

भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में

भगवान विष्णु के अनेक अवतार हैं, जिन्हें लोग पूजते हैं।

मगर इन अवतारों में भगवान विष्णु का एक अवतार ऐसा है, जिसके बारे में भगवान विष्णु के भक्त भी शायद जानते हों!

दरअसल, यहां भगवान विष्णु के सांपों के बिस्तर यानि शेषनाग के अवतार के बारे में बात हो रही है, जिस पर हमेशा भगवान विष्णु को आप ने आराम करते हुए देखा है।

लेकिन भगवान विष्णु के उस अवतार के पीछे क्या कारण है वह आप यहां विस्तार से पढ़िए।

सबसे पहले स्पष्ट कर दें कि सांपों के बिस्तर को अनंत-शैय्या कहा जाता है और हिन्दू धर्म के अनुसार इस विशाल सर्प को शेषनाग कहा जाता है।

अब जानते हैं भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में विराजमान होने के पीछे क्या कारण हैं।

भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में – 

1 – पुराणों में माना गया है कि भगवान विष्णु का यह अवतार समय का मार्गदर्शक है जो पाप के अधिक होने पर उनका निवारण करता है।

2 – भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में लेटे रहने के पीछे दुसरा कारण भगवान विष्णु का ऊर्जा की प्राप्ति होना है। दरअसल, भगवान जब सांपों के बिस्तर में लेटे रहते थे उस समय वह स्वयं की ऊर्जा को एकत्रित कर, अपने विचारों से भलीभांति अभिव्यक्त कर पाते थे।

3 – यह भी कहा गया है कि सांपों में लेटे रहने का कारण, उनका सभी ग्रहों, मन्त्रों पर नियंत्रण करना है। जो समय के लिए उपयुक्त भी है।

4 – भगवान विष्णु का सांपों पर लेटना केवल आराम के लिए नहीं बल्कि वह रक्षक भी हैं। क्योंकि शेषनाग की कृपा दृष्टि से ही भगवान कृष्ण के पिता वासुदेव उन्हें नंद के घर सही सलामत पहुंचा पाए थे। इस कारण भगवान विष्णु का यह रूप रक्षक भी हुआ।

इस तरह आप भगवान विष्णु सांपों के बिस्तर में आराम करने के पीछे कारण को समझ गए होंगे।