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शिव को महादेव कहे जाने के पीछे ये है असली कारण!

भोलेनाथ को महादेव कहा जाता है

भोलेनाथ को महादेव कहा जाता है – भगवान भोलेनाथ को कई नामों से जाना जाता है जैसे शिव, शंकर, भोलेनाथ, नीलकंठ, कैलाशपति, दीनानाथ आदि।

उनको कई उपाधियाँ और नामों से संबोधित किया जाता है और हर नाम के पीछे कोई ना कोई कहानी और चमत्कार है।

इन्ही नामों में से एक है महादेव।

हिन्दू धर्म में शास्त्रों के अनुसार केवल शिवजी को ही महादेव नाम से पुकारा जाता है। अन्य किसी देवता को इस नाम की संज्ञा नहीं दी गई है।

तो चलिए आज जानते है क्यों भोलेनाथ को महादेव कहा जाता है।

भोलेनाथ को महादेव कहा जाता है –

शिवजी को महादेव क्यों कहा जाता है? इसका जवाब शिव पुराण में मिलता है। कहा जाता है कि शिव ही आदि और अनंत है। इस सृष्टि के निर्माण से पहले भी शिव जी है और इस सृष्टि के ख़त्म हो जाने के बाद भी वे ही रहेंगे। इसका मतलब यही है कि इस सृष्टि पर जो भी है वो शिव ही है। हिन्दू धर्म के अनुसार त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश यह तीन मुख्य देवता है। और यह त्रिदेव एक ही माने जाते है।

वेद-पुराण के अनुसार शिवजी से ही भगवान विष्णु की उत्पत्ति हुई है और भगवान विष्णु की नाभि से ब्रह्मा जी उत्पन्न हुए है। तत्पश्चात भगवान शिव की आज्ञानुसार ही ब्रह्मा जी ने इस सम्पूर्ण सृष्टि का निर्माण किया है और भगवान विष्णु इस ब्रह्मांड का पालन पोषण करते आये है।

कहा जाता है कि इन त्रिदेव मे से महेश अर्थात शिव ही कलयुग के बाद इस सृष्टि का संहार करेंगे, ऐसा वेद और पुराणों में उल्लेखित है। अतः शिव जी ही महाशक्तिशाली है और संपूर्ण ब्रह्मांड उन्ही के इशारे मात्र से चल रहा है।

इसलिए भोलेनाथ को महादेव कहा जाता है.

भगवान शिव के समान नजरिये और भोलेपन से जुड़ी ऐसी कई पौराणिक कहानियां है, जिन्हें जानकर शिव को मानने वालों की आस्था शिव के प्रति कई गुणा बढ़ जाती है। भोलेनाथ से जुड़ी ऐसी ही और पौराणिक कथाओं को जानने के लिए आप हमसे जुड़े रहिये।