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हिन्दुओं ने तुलसी को अपनी आस्था से क्यों जोड़ा और क्यों शुरू की पौधे की पूजा

हिन्दुओं ने तुलसी के पौधे को अपनी आस्था से क्यों जोड़ा ?

तुलसी एक पौधा है लेकिन फिर भी हर हिन्दू घर में तुलसी की पूजा की जाती है आखिर क्यों ?

हमारे पूर्वजो ने तुलसी पूजा के प्रति आस्था व  मान्यता  क्यों दी होगी ?

तुलसी पूजा की कथा के अनुसार तुलसी एक स्त्री थी.

ऐसी स्त्री जो एक राक्षस की पत्नी थी लेकिन अपने पति के प्रति समर्पित थी. श्रेष्ठ व सती मानी जाती थी और उसके सतित्व भंग करने के अपराध में क्षमा व उसके सतित्व को बचाए रखने के लिए उसको अनेक वरदान व आशीर्वाद दिए गए.

तुलसी के शरीर त्यागने के बाद उस स्थान से जो पौधा निकला उसको तुलसी का नाम दिया गया.

वास्तविकता कही जाये तो हिन्दुओं में तुलसी की पूजा का एक और कारण है तुलसी एक गुणकारी पौधा है जिसके हर भाग में शरीर को स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने की रोग प्रतिरोधक क्षमाता पाई जाती है. हर इंसान तुलसी के सामान गुणवान बने रहे और अपने स्वास्थ्य को सही बनाए रखे इसलिए तुलसी को आस्था से जोड़ दिया गया.

तुलसी के छोटे से पौधे में अनेको हर प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमाता है प्रति दिन तुलसी के सेवन से रोग मुक्त शरीर व अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है और  प्रति दिन तुलसी के दर्शन से गुणवान बानने की शिक्षा मिलती है.

हिन्दू धर्म के अनुसार गुण रखने वाला हर व्यक्ति, वस्तु व पदार्थ पूजनीय होता है.

तुलसी अपने अंदर अनेकों गुण रखने के कारण हर हिन्दू घरों में पूजी जाती है  और इसलिए हिन्दुओं की आस्था से जोड़ी गई.