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मिली भारत-पाक युद्ध की चेतावनी, भूकंप का भी है खतरा

भारत-पाक युद्ध

भारत-पाक युद्ध – हमारे जीवन में कब-क्‍या शुभ या अशुभ घट जाए, ये सब काफी हद तक ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार सौर मंडल के ग्रहों पर निर्भर करता है।

इन दिनों मंगल ग्रह मकर राशि में गोचर कर रहा है। इस राशि में मंगल लंबे समय तक वक्री होकर रहने वाला है।

आमतौर पर मंगल एक राशि में सिर्फ 45 दिन तक विराजमान रहते हैं लेकिन हर ढाई साल के बाद मंगल वक्री होते हैं और तब वह एक राशि में 7 महीनों तक भी रह सकते हैं।

मंगल की स्थिति

2 मई से मंगल मकर राशि में चल रहे हैं और 5 नवंबर तक इसी राशि में रहेंगें। इस दौरान मंगल 26 जून से लेकर 26 अगस्‍त तक वक्री रहेंगें जोकि मेदिनी ज्‍योतिष के अनुसार युद्ध, उपद्रव, अग्निकांड, हिंसा, दुर्घटनाओं में वृद्धि होने का संकेत है।

इस दौरान मंगल पूरे समय केतु से युति में रहेंगें।

भूकंप का है खतरा

मकर राशि से प्रभावित मंगल और केतु की यह स्थिति उत्तर भारत, अफगानिस्‍तान और पाकिस्‍तान समेत ईरान के पूर्वी हिस्‍से में बड़े भूकंपों के आने की आशंका का भी संकेत हो सकता है।

इन क्षेत्रों में 26 जून से लेकर 26 अगस्‍त के बीच खासतौर पर 27 से 28 जुलाई के चंद्र ग्रहण के आसपास बड़े भूकंप आने की आशंका है। पाकिस्‍तान में चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन और अफगानिस्‍तान और ईरान में सरकार विरोधी आंदोलन भी मंगल के वक्री होने के दौरान भड़क सकते हैं।

कश्‍मीर में भी बिगड़ सकते हैं हालात

हाल ही में बीजेपी ने पीडीपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ा है। इस राजनीतिक निर्णय के उल्‍टा पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। जम्‍म-कश्‍मीर की कुंडली पर ध्‍यान दें तो आने वाले कुछ दिनों में यहां पर हिंसा और ज्‍यादा भड़क सकती है।

अंतर्राष्‍ट्रीय हस्‍तक्षेप का खतरा

कश्‍मीर में 26 जून से लेकर 26 अगस्‍त तक का समय, जब मंगल मकर राशि में वक्री होंगें, काफी हिंसक घटनाओं से भरा हो सकता है जिससे केंद्र सरकार को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

आने वाले समय में कश्‍मीर में स्थिति के बिगड़ने पर अंतर्राष्‍ट्रीय हस्‍तक्षेप का खतरा बढ़ने से भारत की चिंता बढ़ सकती है।

भारत-पाक युद्ध 

जम्‍मू-कश्‍मीर की मकर लग्‍न की कुंडली में मंगल नीच राशि में होकर सप्‍तम भाव में शनि के साथ बैठा है। मंगल की 7 सालों तक चलने वाली इस दशा में कश्‍मीर में हालात बहुत तनावपूर्ण रहेंगें। 1 जुलाई, 2018 से साल 2019 के अंत तक का समय युद्ध जैसे हालात बनने के संकेत दे रहे हैं। साल 2020 में गुरु और शनि के मकर राशि में आने पर कश्‍मीर के विवाद के चलते भारत-पाक युद्ध की प्रबल स्थिति नज़र आ सकती है।

मंगल का वक्री होना और लंबे समय तक मकर राशि में बैठे रहना देश और दुनिया के लिए आफत बन सकता है और खासतौर पर इसका असर भारत और पाकिस्‍तान पर होगा।

भारत-पाक युद्ध – जहां एक ओर भारत के कश्‍मीर में हिंसा भड़क सकती है तो वहीं दूसरी ओर पाक से युद्ध के हालात भी बन सकते हैं और भूकंप का खतरा भी बना हुआ है। इस तरह भारत पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है और हम सभी की जान को खतरा बना हुआ है.