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राजीव गांधी पर हमला करने वाले इस नौसैनिक ने कहीं इसलिए तो नहीं की राष्ट्रपति की मौत?

विजिता रोहणा विजेमुनी

विजिता रोहणा विजेमुनी ये नाम है श्रीलंकाई सेना के उस पूर्व नौसैनिक का जिसने अपने ही देश के राष्ट्रपति की मौत की भविष्यवाणी की है.

अब आप सोच रहे होंगे ये श्रीलंका का पूर्व सैनिक इतना महत्वपूर्ण क्यों हैं.

विजिता रोहणा विजेमुनी वहीं शख्स है जिसने 1987 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर राइफल की बट से हमला किया था.

इसलिए जैसे ही यह खबर आई है कि विजिता रोहणा विजेमुनी फेसबुक पर एक विडियो डाला है जिसमें सिरीसेना की मौत की भविष्यवाणी की गई है, श्रीलंका पुलिस तुरंत हरकत में आ गई.

दरअसल, श्रीलंका प्रशासन को शक है कि कहीं विजिता रोहणा विजेमुनी के पास कोई ऐसी जानकारी तो नहीं है, जिससे श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की जान को कोई खतरा हो. क्योंकि मैत्रीपाला सिरिसेना को भारत समर्थक माना जाता है. जबकि इसके पहले के श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बारे में प्रचलित था कि वे चीन के इशारों पर भारत के हितों के खिलाफ काम करते थे.

जैसे ही विजिता रोहणा विजेमुनी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की मौत की भविष्यवाणी की श्रीलंका के अपराध अन्वेषण विभाग ने उसको गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी.

बताया जाता है कि यह गिरफ्तारी पिछले महीने मीडिया एवं संसदीय मामलों के मंत्रालय के सचिव निमाल बोपागे द्वारा विजेमुनी के खिलाफ जांच के लिए पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत का मकसद यह पता लगाना था कि पूर्व नौसैनिक ने ये खबर आमजन को गुमराह करने करने के लिए डाली है या फिर इसका कोई ओर गुप्त एजेंडा है.

गौरतलब है कि राजीव गांधी पर हमला करने वाले इस नौसैनिक को उस समय तुरंत ही पकड़ लिया गया था और बाद में इस पूर्व श्रीलंकाई नौसैनिक को गिरफ्तार कर उसका कोर्ट मार्शल किया गया था.

जेल में अपनी सजा पूरी करने के बाद वह ज्योतिषी बन गया.

बताया जाता है कि विजिता रोहणा विजेमुनी जुलाई 1987 में भारत-श्रीलंका शांति समझौते पर दस्तखत करने कोलंबो की यात्रा पर आए राजीव गांधी से नाराज था.

उसे लगता था कि श्रीलंका में तमिलों की समस्या है उसके पीछे भारत सरकार है. इस बात से गुस्साए इस नौसैनिक ने राजीव गांधी पर राइफल से हमला करने की कोशिश की थी.

इस असफल प्रयास के बाद लगा कि कहीं ये सैनिक किसी विदेशी खुफिया एजेंसी का जासूस तो नहीं जिसे राजीव गांधी पर हमला करने के लिए प्लाटं किया गया हो.