ENG | HINDI

8वीं में फेल हुए लड़के ने खड़ी कर दी 2000 करोड़ की कंपनी, अंबानी भी हैं इनके क्लाइंट

त्रिशनित अरोड़ा

त्रिशनित अरोड़ा – हर मां-बाप अपने बच्चों को सिखाते हैं कि पढोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे होगे खराब लेकिन मुंबई के एक लड़के ने इस कहावत को झुठला दिया और एक नई मिसाल कायम की.

मुंबई के रहने वाले त्रिशनित अरोड़ा का पढाई में बिल्कुल मन नहीं लगता लेकिन उनकी कंप्यूटर्स में बचपन से ही रूचि थी जिसके कारण आज वो एक करोड़पति हैं.

आइए आपको बताते हैं उनकी इस कामयाबी का राज – 

त्रिशनित अरोड़ा

त्रिशनित अरोड़ा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही वीडियो गेम खेलने का बडा शौक था. देर तक कम्पयूटर पर बैठने पर उनके पिता को काफी टेंशन होती थी. इस कारण वो रोज़ कम्पयूटर का पासवर्ड चेंज कर देते थे. लेकिन त्रिशनित अपने खुराफ़ाती दिमाग से हमेशा पासवर्ड क्रैक कर देते थे. त्रिशनित की यही खूबी उनके पिता को प्रभावित करने लगी और फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने उनकी जिंदगी बदल दी. 

मात्र 21 वर्ष की उम्र में ही त्रिशनित अरोड़ा ने अपनी कंपनी स्टार्ट की और अब रिलायंस, सीबीआई, पंजाब पुलिस, एवन साइकिल जैसी कई बडी कंपनियां उनकी क्लाइंट हैं और त्रिशनित उन्हें साइबर से जुडी सर्विसेज़ प्रोवाइड कर रहे हैं. त्रिशनित एक लेखक भी हैं और उन्होंने हैंकिंग टॉक विद त्रिशनित अरोडा, हैकिंग एरा और हैकिंग विद स्मार्ट फोन्स जैसी किताबें लिखी हैं. 

कुछ इस तरह हुई थी शुरुआत

त्रिशनित अरोड़ा

एक दिन त्रिशनित अरोड़ा के प्रिंसिपल ने उनके माता पिता को बुलाकर बताया कि उनका बेटा 8वीं में फेल हो गया है. जिसके बाद उनके पिता ने उनसे पूछा की तुम आखिर करना क्या चाहते हो तो त्रिशनित ने बताया कि उनकी रूचि कम्पयूटर्स में है. पिता के कहने पर त्रिशनित अरोड़ा ने स्कुल छोड़ कर कम्पयूटर कोर्स जॉएन कर लिया.

19 साल की उम्र तक त्रिशनित अरोड़ा ने कम्पयूटर फिक्सिंग और सॉफ्टवेयर क्लीनिंग करना सीख लिया था. त्रिशनित को अपने पहले प्रोजेक्‍ट का अमाउंट 60 हजार रुपये मिला था जिसके बाद उन्होंने उसी पैसे को जोड़ कर अपनी एक टीएसी सिक्योरिटी सॉल्यूशन नाम की एक कंपनी शुरु की.

देखते ही देखते उनकी कंपनी अपने क्षेत्र में देश की नम्बर 1 कंपनियों में गिनी जाने लगी और त्रिशनित एक कामयाब करोड़पति बन गए. त्रिशनित के भारत के अलावा दुबई में भी कई ऑफिस हैं.