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इस आईएएस अधिकारी ने किया ऐसा काम कि लोगों ने रुकवा दिया उसका ट्रांसफर !

IAS अधिकारी का तबादला

IAS अधिकारी का तबादला – आज ऐसे कई युवा हैं जो सिविल सर्विसेज की परीक्षा को पास करके एक बड़ा अफसर बनने का ख्वाब देखते हैं.

लेकिन बहुत कम लोग ही इस इम्तेहान को पास करके अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं और जो लोग अफसर बन भी जाते हैं तो उनमें से बहुत चंद लोग ही ऐसा कोई काम करते हैं जिसकी सराहना की जा सके.

उन्हीं चंद लोगों में से आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने नौकरी ज्वॉइन करने के बाद महज़ दो महीने में ऐसा कारनामा कर दिखाया कि लोग उसके काम के कायल हो गए और लोगों ने मिलकर उस IAS अधिकारी का तबादला रुकवा दिया.

आईएएस राजा गणपति आर के कायल हुए लोग

ज्यादातर लोग सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करने के बाद एक अधिकारी बनकर अच्छा पैसा कमाने की सोचते हैं लेकिन ट्रेनी आईएएस अफसर राजा गणपति आर ने अपने काम के ज़रिए लोगों को यह बता दिया है कि सिविल सर्विसेज का सही मतलब क्या होता है.

आपको बता दें कि राजा गणपति आर ने नौकरी ज्वॉइन करने के महज दो महीने में अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए ऐसा सराहनीय काम किया है कि लोग उनके कायल हो गए हैं.

अवैध खनन और बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई

दरअसल दो महीने पहले ही राजा गणपति आर की पोस्टिंग बतौर ट्रेनी आईएएस अफसर इलाहाबाद के करछना तहसील में हुई थी. राजा ने अपनी नौकरी ज्वॉइन करते ही अपने काम करने के तरीके से जनता के बीच बहुत अच्छी इमेज बना ली है.

राजा ने दो महीने के भीतर ही अवैध खनन और बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की और कई ज़मीन घोटालों का पर्दाफाश भी किया. लेकिन राजा की शानदार इमेज जनता के बीच उस वक्त बनी जब उन्होंने दीवारों पर पान-गुटखा थूंकने के खिलाफ मुहिम छेड़ दी.

जनता ने रुकवा दिया इस IAS अधिकारी का तबादला

खबरों के मुताबिक राजा गणपति आर साल 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने पहली बार में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी. इसके साथ ही राजा चेन्नई से एमबीबीएस भी कर चुके हैं.

बताया जा रहा है कि जब लोगों को इस ट्रेनी आईएएस अफसर के ट्रांसफर की भनक लगी तो लोग इस ट्रांसफर को रुकवाने के लिए सड़कों पर उतर आए.

हालांकि राजा के ट्रांसफर मामले में ज़िलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है कि यह एक प्रशासनिक प्रक्रिया है बावजूद इसके उन्होंने जनता की भावनाओं का ख्याल रखते हुए इस ट्रांसफर ऑर्डर को रोक दिया.

गौरतलब है कि हमारे देश में राजा जैसे अधिकारियों की सख्त ज़रूरत है जो अपने काम से ना सिर्फ समाज में परिवर्तन ला सकें बल्कि जनता के दिल में अपने लिए जगह भी बना सकें.