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बॉलीवुड की इस अभिनेत्री ने खूब दौलत कमाई लेकिन बदहाली में दम तोड़ा !

अभिनेत्री विम्मी

बॉलीवुड इंडस्ट्री में 60 और 70 के दशक में एक ऐसी अभिनेत्री ने कदम रखा जिसकी खूबसूरती को देखकर हर कोई उसका दीवाना हो गया था.

अप्सरा जैसी खूबसूरत इस अभिनेत्री ने फिल्मों के जरिए दर्शकों पर अपने हुस्न का ऐसा जादू चलाया कि दर्शक उनकी फिल्म देखने के लिए सिनेमा घरों तक खींचे चले आते थे.

इस इंडस्ट्री से खूब शोहरत और दौलत कमाने के बावजूद इस अभिनेत्री को बदहाली और कंगाली के दौर का सामना करना पड़ा और आखिरकार बदहाली के आगे बेबस होकर इस अभिनेत्री ने दम तोड़ दिया.

आइए हम आपको बताते हैं उस दौर की इस अभिनेत्री की दर्दभरी दास्तान.

अभिनेत्री विम्मी ने किया था फिल्मी करियर का शानदार आगाज

अप्सरा जैसी हुस्नवाली अभिनेत्री विम्मी ने साल 1966 में बी.आर. चोपड़ा की फिल्म “हमराज़” से अपने करियर की शुरुआत की.

सुनील दत्त के साथ विम्मी की यह पहली काफी हिट रही और उनकी एक्टिंग को भी काफी सराहा गया. इसके बाद विम्मी उस दशक की एक बड़ी एक्ट्रेस बन चुकी थी. उन्हें फिल्म में लेने के लिए निर्देशक और प्रोड्यूसर उनके घर के चक्कर काटने लगे.

फिल्मों में आते ही अभिनेत्री विम्मी ने कर ली शादी

फिल्मों में शानदार तरीके से आगाज करने के बाद अभिनेत्री विम्मी ने एक हाई प्रोफाइल बिजनेसमैन शिव अग्रवाल से शादी कर ली. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही पति से तलाक हो गया.

बताया जाता है कि विम्मी के पति उन्हें काफी प्रताड़ित करते थे. जिसका असर उनके फिल्मी करियर पर पड़ने लगा और उनका स्टारडम कम होने लगा था.

पति की प्रताड़ना से तंग आकर विम्मी अपने पति से अलग हो गई. लेकिन पति के कारण उनकी छवि धुमिल हो चुकी थी लिहाजा उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गई.

पाई-पाई के लिए मोहताज हुई विम्मी

पति से अलग होने के बाद इस इंडस्ट्री ने भी अभिनेत्री विम्मी से जैसे तौबा कर लिया. काम ना मिलने की वजह से विम्मी की आर्थिक हालत बद से बदतर होने लगी.

उन्होंने कई प्रोड्यूसरों से आर्थिक मदद की गुहार भी लगाई लेकिन सबने मदद करने से इंकार कर दिया और जिसके बाद इस गम को भुलाने के लिए विम्मी ने शराब को अपना साथी बना लिया.

कभी महंगी गाड़ियों में घूमने वाली और फिल्मों के जरिए मोटी कमाई करनेवाली इस अभिनेत्री की आर्थिक हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उन्हें अपना बंगला तक छोड़ना पड़ा.

गुमनामी और बदहाली के दौर से गुजर रही इस अभिनेत्री की जिंदगी के आखिरी दिन नानावटी अस्पताल में गुजरे और आर्थिक तंगी के आगे बेबस होकर विम्मी की सांसों ने भी उनका साथ छोड़ दिया.

गौरतलब है कि एक दौर ऐसा था जब हर किसी के सिर अभिनेत्री विम्मी का जादू चढ़कर बोल रहा था लेकिन वक्त ने ऐसी करवट ली कि वो गुमनामी और बहदाली के अंधेरे में इस कदर गुम हो गई कि किसी ने उनकी सुध ही नहीं ली.