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तो इन वजहों से युवा हमेशा फोकस कायम रखने में हो जाते हैं असफल !

युवा लक्ष्य पर अपना फोकस खो रहा हैं

युवा लक्ष्य पर अपना फोकस खो रहा हैं – युवाशक्ति हमेशा उन्नति का प्रतीक माना गया है।

जिसे सभी जानते हैं कभी-कभी युवा लक्ष्य पर पहुंचने वाले रास्तों पर बाधा महसूस करते हैं।

ऐसे में कई गलत राह अपना लेते हैं। जिस कारण वह लक्ष्य से पथ भ्रष्ट होते हैं। इससे उनमें तनाव जन्म लेता है, अक्सर वह तनाव कम करने हेतु, कई दूसरे रास्तों का चुनाव शुरु कर लेते हैं। जो कि युवाओं के लिए हानिकारक है।

कभी-कभी यह विकल्प युवाओं के लिए घातक भी साबित होता है ।

तो पढ़िए क्यों युवा लक्ष्य पर अपना फोकस खो रहा हैं

युवा लक्ष्य पर अपना फोकस खो रहा हैं –

1 – समय के साथ युवाओं में धैर्य कम हो रहा है। व लक्ष्य तक पहुंचने हेतु धैर्य की अहम उपयोगिता है।

2 – युवा ‘प्रैक्टिस मेक मैन परफेक्ट’ के विपरित कार्य करते हैं जैसे जब उनके कार्य का समय नज़दीक होता है तो वह कार्य को करना शुरु करते हैं। असल में शुरुआत से ही प्रैक्टिस करें, तो वह अपने लक्ष्य पर फोकस रहेंगे।

3 – जीवन में सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टा व ट्विटर) की अहम भूमिका से युवा कार्य के प्रति अगंभीरता को महसूस नहीं करते हैं।

4 – अधिकतर युवा दोस्ती की बुरी संगत में फंस कर अपना मूल्य वक्त गंवा देते हैं। जिस कारण उनका लक्ष्य से फोकस कम होना शुरु हो जाता है।

5 – अधिकांश युवा स्वयं को नहीं समझते कि उनका लक्ष्य क्या है इसलिए वह पूर्ण जीवन यहां से वहां ही करते हैं। यदि समय रहते या वह जान जाएं कि उन्हें जीवन में क्या हासिल करना है तो वह सदैव सफल रहेंगे।

6 – कभी-कभी लक्ष्य पर पहुंचने पर असफलता आती हैं तो कई बार युवा इन असफलताओं के कारण तनानग्रस्त होकर शराब जैसे मादक पदार्थों का सेवन करना शुरु करते हैं। जिसके दूरगामी परिणाम गलत मिलते हैं।

7 – जीवन में पाने के लिए सेहत की भी अहम रहती है और उसके लिए उचित आहार बेहतर विकल्प है तो ऐसे में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए जिससे शरीर, दिल व दिमाग को सेहतमंद रखे।

8 – आज का युवा अधिकतर समय बेवजह की नेट सर्च में रहता है तो युवाओं का चाहिए कि वह समय का महत्व समझे।

यह है वजहें जो युवा लक्ष्य पर अपना फोकस खो रहा हैं – यह सामान्य बिंदु हैं जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में होती ही हैं। हालांकि प्रत्येक व्यक्ति अपने अनुसार फोकस के मानक तैयार कर सकता है मगर उपर्युकत कही बातें भी वह माने, तो गलत नहीं रहेगा।