ENG | HINDI

दिल्ली के इस लङके ने ऐसा क्या किया कि फोर्ब्स की लिस्ट में आया नाम

तीर्थक साहा

तीर्थक साहा – आजकल भारत कितना आगे बढ गया है इस बात का अंदाजा इसे लगाया जा सकता है कि अब दूसरे देशो की ही तरह ही भारतीय लोग भी कम उम्र में ही दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं।

जिसे पूरे विश्व में हमारे देश की वाहवाही हो रही है ।

दुनिया की  प्रसिद्ध और नंबर वन मैगजीन भी इस बात को कबूल करती है । जिस वजह से भारत के कई उद्योगपतियो, सेलिब्रिटीज का नाम फोर्ब्स की लिस्ट में दर्ज है । फोर्ब्स मैगजीन दुनियाभर रिसर्च  के बाद अपनी लिस्ट जारी करती है  जिस वजह से फोर्ब्स मैगजीन में नाम आना किसी भी इंसान के लिए तो गर्व की बात है ही साथ ही उसके देश के लिए भी गर्व की बात है।

फोर्ब्स अमेरिकन बिजनेस मैगजीन है जिसमें मार्क जुकेरबेर्ग और मलाला युसुफजई के नाम दर्ज है।  और हाल ही में दिल्ली के एक लङके के नाम को भी फोर्ब्स 30 में जगह मिली है। और ये लङका कोई सेलिब्रिटी, उद्योगपति, राजनेता नही है। आप सोच रहे होंगे कि जब ये लङका कोई बङा नाम ही है तो फोर्ब्स में इस लङके का नाम कैसे शामिल हुआ ।

तो हम आपको  इस लङके का नाम तीर्थक साहा है और तीर्थक का नाम फोर्ब्स मैगजीन में नाम उनकी ऊर्जा के क्षेत्र में बेहतरीन रिसर्च के लिए  इनवेटर लिस्ट में जारी किया गया है।

फोर्ब्स 30 में नाम दर्ज कराने के लिए 15000 हजार नामांकन भरे गए थे । जिनमें दुनियाभर के कई बेहतरीन  लोगों के नाम  शामिल थे जिन्हे पछङा कर तीर्थक ने अंतिम चरण में जगह बनाई । और  फोर्ब्स की टाॅप 30 लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में कामयाब रहे ।फोर्ब्स  इतनी कम उम्र में नाम आने के बाद तीर्थक के परिवार वाले बहुत खुशी है। हालांकि तीर्थक ने सिर्फ अपने घरवालों का ही नही देश का नाम भी रोशन किया है।

तीर्थक साहा

तीर्थक साहा का जन्म  दिल्ली में हुआ और दिल्ली में ही बढे हुए हैं। तीर्थक साहा ने दिल्ली के सेंट कोलंबिया स्कूल से पढाई की है। तीर्थक साहा पहले इंजीनियरिंग करने की बजाय स्कोलोजिस्ट की पढाई करना चाहते थे लेकिन कम नंबर के चलते उन्हें डीयू में एडमिशन नही मिला। जिस वजह से उन्होंने पावर एनर्जी का कोर्स चुना । पढाई पूरी करने के बाद 2013 में तीर्थक यूएस चले गए थे। इन दिनों तीर्थक साहा अमेरिका की  एईपी ( अमेरिकन इलेक्ट्रिक पाॅवर ) नाम की कंपनी में काम  करते हैं।  तीर्थक साहा अभी सिर्फ 25 साल के है और इतनी कम उम्र में तीर्थक साहा ने पावर जर्नरेसन पर काम की वजह से ये  जगह पाई है ।

फिलहाल तीर्थक साहा अमेरिका के इंडियाना शहर में रहते हैं।

तीर्थक साहा के माता पिता दोनो ही सरकारी नौकरी में है । तीर्थक साहा के पिता दिल्ली के सरकारी स्कूल में अध्यापक में और मां पोस्टल डिर्पाटमेंट में कर्मचारी है । तीर्थक का परिवार  दिल्ली के दारका इलाके का रहने वाला है। इतनी बङी कामयाबी  पर तीर्थक का कहना है कि ” ये अद्भुत और गौरवान्वित महसूस करने वाली बात है तीस से भी कम उम्र में इतनी बङी कामयाबी पाना एक बङी उपलब्धि है ।”  तीर्थक साहा जैसे भारतीय विश्व में अपने काम से भारत  को अलग पहचान दे रहे हैं। वैसे आपको बता दें बाॅलीवुड से हाॅलीवुड गई एक्ट्रेस प्रियंका चोपङा को भी फोर्ब्स मैगजीन की दुनिया की 100 सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट  में शामिल किया गया है। लेकिन तीर्थक ऐसे पहले भारतीय है जिनका नाम पावर रिसर्च में इतनी कम उम्र में जगह मिली है। जो भारत के लिए गर्व की बात है।