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यह दिवस! वो दिवस! कब होगा आम जनता दिवस?

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मातृ दिवस, पितृ दिवस!

भाई दिवस, बहन दिवस!

प्रेम दिवस, फ़लाना दिवस ढिमकाना दिवस!!

अरे यार अब तो गिनती ही भूल गए कि कितने दिवस मनाये जाते हैं हमारे देश में|

सुबह आँख खुलती है तो फ़ोन में हज़ारों मैसेज आये होते हैं कि आज हम फलां दिन मना रहे हैं, उसकी मुबारक हो! फेसबुक या ट्विटर या गूगल भी कमी नहीं छोड़ते कोई न कोई ख़ास दिन मनाने की! कभी मदर टेरेसा को याद किया जाता है तो कभी २०० साल पहले पैदा हुए किसी लेखक को|

आज ही देख लीजिये, देश की बेहतरीन कलाकार नर्गिस जी का जन्मदिन मनाया जा रहा है| सच कहें तो कोई बुराई नहीं है ऐसे ख़ास लोगों को याद करने में, या साल के कुछ दिन कुछ ऐसे ख़ास लम्हों को जीने में जो हमें जीवन के मूल्यों के बारे में याद दिलाएँगे|

लेकिन, इन सब के बीच एक आम आदमी का क्या, आम जनता का क्या??

उसे क्यों भुलाया जाए?

और ज़रा गौर कीजिये, वो आम आदमी और कोई नहीं, आप और हम ही हैं!

हज़ारों दिक्कतों को झेलते हैं हम रोज़|

कभी नेता हमारी फिरकी लेते हैं तो कभी अभिनेता! वादे करते हैं चाँद के, मिलते हैं चाँद के गड्ढे! फिल्म देखने बुलाते हैं कह कर कि एंटरटेनमेंट मिलेगा, हॉल से बाहर आकर लगता है लुट गए भैया! इतना ही नहीं, हमारे देश में आम आदमी को रोज़मर्रा की सादी ज़िन्दगी जीने के लिए जितने पापड़ बेलने पड़ते हैं, उतने पापड़ों का व्यापार किया जाए तो शायद भारत अगले एक हज़ार साल के लिए विश्व का सबसे अमीर देश बन जाएगा!

मज़ाक अलग रखें तो यह सोचने वाली बात है कि आम आदमी की बातें सब करते हैं, वोटों के लिए जी तोड़ मेहनत भी करते हैं लेकिन जब उसकी ख़ुशी, उसे सम्मानित करने, उसके बारे में कुछ सोचने, करने का वक़्त आता है तो उसे यूँ भुला दिया जाता है जैसे कोई डरावना सपना! या जैसे छूत का रोगी!

पर छोड़िये, हम क्यों दूसरों पर निर्भर रहें कि वो हमारे लिए कुछ सोचेंगे, कुछ करेंगे! सेलिब्रिटी को सेलिब्रिटी रहने दीजिये, हम और आप अपनी ज़िन्दगी खुद ही सेलिब्रेट कर लेते हैं| और इसके लिए हमें साल के एक-दो दिन नहीं चाहिएँ, पूरा साल भी कम है अपनी उपलब्धियाँ मनाने के लिए!

रोज़ मनाईये आम जनता दिवस, खुद की पीठ ठोंकिये और शाबाशी दीजिये कि हर मुश्किल का सामना करके एक और दिन ज़िंदा हैं, किसी को नुक्सान पहुँचाये बिना शराफत का एक दिन और काट लिया, किसी की मदद की, किसी का सहारा लिया और हँसते-हँसते जीवन काट लिया!

हैप्पी आम जनता डे!