4) हरभजन सिंह
खेल की दुनिया का एक और सिख शेर.
2001 में जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरभजन सिंह पहली बार टेस्ट में भारत की तरफ से मैदान में उतरे थे तब एक ही चीज़ उनके दिल में भरी हुई थी, और वह थी देश के लिए खेलने की इच्छा! इसी इच्छा और इसी ज़िद ने इन्हें आज इस मकाम तक पहुंचाया है. आज के समय में वे उन तीन महान भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट में 400 से ज़्यादा विकटें ली हैं.
भारत के स्पिन गेंदबाजी की कमान सम्हाले हरभजन सिंह ने अपने बुरे समय में खुद पर विश्वास रखा और हर एक बाधा का बड़ी बहादुरी से सामना किया.
अब आप ही बताएँ, जो लोग बोलते हैं कि सरदारों के पास कम दिमाग होता है, क्या वे सही हैं?
और अगर भविष्य में कोई आपको फिर ये बोले कि सरदार जी, 12 बज गए हैं, तो आप उसे इन महान सिखों के बारे में बताएँ, यकीन मानिए!
उसी के 12 बज जाएंगे!
जय हिंद!