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एक गाँव जहाँ की सारी आबादी सिर्फ बौनों की है! आप हैरान रह जाएंगे!

बौनों का गाँव

पृथ्वी अन्तरिक्ष का सबसे सुंदर ग्रह है, जहाँ की हर चीज निराली और हैरान करने वाली है.

कहीं सारे गोरे तो कहीं सारे काले – कहीं सारे बौने तो कहीं सारे लम्बे! ऐसा क्यों है? इसकी वजह शायद पता है लेकिन कुछ रहस्य ऐसे भी हैं जिनके बारे में  बता पाना वैज्ञानिकों के लिए भी मुश्किल है.

आज हम एक ऐसी ही रहस्मय जगह के बारे में बताएँगे जहाँ के लगभग सारे इंसान बौने हैं.

भारत का पडोसी देश चीन, चीन में शिचुआन नाम का एक प्रान्त है, जहाँ यांग्सी नमक गाँव आता है. इस गाँव की खासियत यह है कि यहाँ की आधी आबादी बौनेपन का शिकार  हैं.

वैसे तो यह एक बहुत कम आबादी का गाँव है लेकिन इस गाँव के आधे लोगों की ऊंचाई 2 फीट 1 इंच से 3 फीट १० इंच तक मात्र है.

चीन का यह गाँव सिर्फ इसलिए प्रसिद्ध है क्योकि यहाँ अधिक संख्या में बौने इंसान रहते हैं.

यहाँ के लोग बौने क्यों है?

यह वजह आज ही रहस्य बनी हुई है. वैज्ञानिकों आज तक इस रहस्य का पता लगा रहे हैं.

यहाँ के लोगों के अनुसार पहले यहाँ के लोग भी बाकी लोगों की तरह की सामान्य लम्बाई के हुआ करते थे फिर एक बिमारी के बाद इनकी जिंदगी ऐसे बदल गई.

वैज्ञानिकों ने अपने शोध में इस जगह की हर चीज, वस्तु, वातावरण, पानी, मिटटी, हर चीज का अध्ययन किया लेकिन इस रहस्य का पता नहीं लगा सके.

1997 में इसकी वजह इस जगह के जमीं के अंदर पारा होने की बात वैज्ञानिकों ने बताई थी लेकिन इस वजह को वे प्रमाणित नहीं कर सके.

कुछ लोगों के अनुसार यहाँ जापान से जहरीली गैस छोड़े जाने की बात कही जाती है लेकिन यह भी कहा जाता है कि जापानी चीन के इस जगह तक कभी पहुच भी नहीं पाए है.

वैज्ञानिक इस रहस्य को जानने  के लिए  प्रयासरत हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही.

वजह जो भी हो लेकिन आज भी यहाँ के बच्चों की 5-7 साल की उम्र के बाद उनकी लम्बाई बढ़ना अपने आप ही रुक जाती है.

अपने इस बौनेपन के कारण  यहाँ के लोग दुखी भी है. उनको लगता है कि उनकी ज़िन्दगी आम लोगो की तरह नहीं है. इस कारण से इन लोगो में कहीं न कही उदासी भी है.

यहाँ विदेशी का जाना माना है और सही भी है क्योकि वहां के लोग कोई अजूबा नहीं. किसी अनजान रहस्य बिमारी या जो भी है उसके शिकार हैं ऐसे में उनको विदेशी देखने आये तो उनका जीवन और दुखी हो सकता हैं.

हलाकि यहाँ की सरकार ने वहां जाने पर कोई पाबंदी नहीं लगाईं है.